गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा शुक्रवार को मुंबई के मशहूर मुंबा देवी मंदिर में दर्शन करने गए। दर्शन करने के बाद जब वह वहां से निकल रहे थे, तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें देखकर मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरु कर दिए। वहीं वाड्रा ने इस पर कोई बयान नहीं दिया और इस मुद्दे पर बात करने से इंकार कर दिया। खबर के अनुसार, रॉबर्ट वाड्रा शुक्रवार दोपहर तकरीबन 12 बजे मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। रॉबर्ट वाड्रा के मंदिर पहुंचते ही उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। इस दौरान मीडियाकर्मी भी मंदिर पहुंच गए।
मंदिर पहुंचने के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से पूजा की और मंदिर के गृभ-गृह की परिक्रमा की। जब वाड्रा मंदिर से निकलने लगे तो वहां मौजूद कुछ लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरु कर दिए। जब पत्रकारों ने वाड्रा से इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ‘मंदिर में राजनीतिक बातें नहीं की जानी चाहिए। धार्मिक यात्रा पर मुंबा देवी दर्शन के लिए आया हूं। यहां की जो महत्ता है, वह महसूस की जा सकती है। दर्शन करके बहुत अच्छा लगा। अच्छा समय आने वाला है। जल्द ही पूरे परिवार के साथ दर्शन करने आएंगे।’
मीडिया ने जब नारे लगाने वाले लोगों से बात की तो उन्होंने कहा कि देश में एक बार फिर से मोदी सरकार चाहिए, इसलिए नारेबाजी की। बीजेपी कार्यकर्ता होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह भाजपा समर्थक हैं और उन्होंने अपनी मर्जी से नारेबाजी की, किसी ने उन्हें इसके लिए नहीं कहा। वहीं इस घटना की कांग्रेस पार्टी ने आलोचना की है। कांग्रेस के एक नेता का कहना है कि चुनाव के समय राजनैतिक विरोध समझ में आता है, लेकिन जिससे आपके विचार ना मिलते हों, उसका कोई समर्थक मंदिर में दर्शन करने जाता है तो वहां इस तरह की नारेबाजी अशोभनीय है।
