रालोद और बीजेपी के बीच लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गठबंधन का ऐलान महज औपचारिकता रह गया है। शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा देश के पूर्व पीएम और जयंत चौधरी के दादा चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न का ऐलान किया गया। केंद्र सरकार के इस ऐलान के बाद जयंत चौधरी पार्टी नेताओं के साथ मीडिया से रूबरू हुए। गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा, “देखिए कोई कसर रहती है, मैं किस मुंह से सवाल करूं आपके सवालों का।”
इस दौरान जब उनसे लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि आज शर्त, सीट और चुनाव की बात करना आज के दिन के महत्व को छोटा करना होगा। ये दिन ये पल बार-बार नहीं आते। इस जश्न में सब लोग शामिल हैं।
उनसे जब सवाल किया गया कि क्या अब ये मान लिया जाए कि वो पीएम मोदी और बीजेपी के साथ जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं तो उन्होंने कहा, “मैं बहुत बड़ी बधाई दे रहा हूं। पीएम ने वो आज वो फैसला किया जो साबित करता है कि वो देश के मूल भावना और चरित्र को समझते हैं। चौधरी चरण सिंह के हर अनुयायी के दिन को जीतने का काम पीएम मोदी ने किया है।”
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने पर उनके गांव में कैसा है माहौल?
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म यूपी वेस्ट के हापुड़ जिले के (उस समय मेरठ) बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के नूरपुर की मढैया गांव में हुआ था। गांव के रहने वाले सुमेर सिंह ने कहा, “यहां महिलाएं गीत गाकर जश्न मना रही हैं और लोग मिठाइयां बांट रहे हैं। हमें गर्व है कि चौधरी साहब इस मिट्टी के बेटे हैं।”
चौधरी चरण सिंह के राजनीतिक गढ़ बागपत में भी जश्न मनाया जा रहा है। घोषणा के बाद लोग मिठाइयां बांटते और एक-दूसरे को बधाई देते नजर आए। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय सचिव राजकुमार सांगवान ने बताया कि, ”चौधरी चरण सिंह जिले की छपरौली विधानसभा सीट से छह बार विधायक चुने गए। वह बागपत से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री भी बने।”
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा ने कृषक मसीहा , गरीब पिछड़े व दलितों के उन्नायक तथा स्वतंत्रता संग्राम के अग्रिम पंक्ति के सेनानी चौ चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है।