बिहार चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में अब सिर्फ दो दिन का ही समय रह गया है। हालांकि, एनडीए और महागठबंधन के नेता लगातार रैली कर जनता को लुभाने की कोशिशों में जुटे हैं। इनमें सबसे आगे नाम है राजद प्रमुख और महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव का। इस चुनाव प्रचार में तेजस्वी ने शनिवार को पिता लालू प्रसाद यादव का एक दिन में सर्वाधिक रैलियां करने का रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। दरअसल, लालू के नाम अब तक एक दिन में 16 रैलियां करने का रिकॉर्ड था। पर तेजस्वी ने हेलिकॉप्टर से ही 17 प्रचार सभाओं में जाकर हिस्सा लिया। इसके अलावा अगर इसमें सड़क मार्ग से प्रचार रैलियों को जोड़ दें, तो उन्होंने कुल 19 रैलियां कीं। यानी पिता से तीन ज्यादा।

इस चुनाव में तेजस्वी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राजद प्रत्याशियों के साथ-साथ कांग्रेस और वाम दल के उम्मीदवार भी उन्हें रैलियों में बुला रहे हैं। ऐसे में तेजस्वी को पूरे दिन हेलिकॉप्टर में चढ़ने-उतरने के लिए दौड़-भागकर ही चुनावी सभाएं पूरी करनी पड़ रही हैं। तेजस्वी ने अपनी मेहनतकश छवि के जरिए पिता लालू प्रसाद यादव के साये से खुद को निकालने के भी भरसक प्रयास में जुटे हैं।

हर दिन चार घंटे हेलिकॉप्टर से उड़ रहे तेजस्वी, भाजपा-जदयू पीछे: तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार के लिए मौजूदा समय में रोजाना चार घंटे से ज्यादा हेलिकॉप्टर से उड़ान भर रहे हैं। इससे पहले तक वे रोजाना औसतन 14 से 16 सभाएं कर रहे थे। दूसरी तरफ जदयू और भाजपा नेताओं के हेलिकॉप्टर भी हर दिन तीन से साढ़े तीन घंटे उड़ान भरते हैं। तेजस्वी के बाद जो नेता सबसे ज्यादा हेलिकॉप्टर के जरिए प्रचार कर रहे हैं, वे हैं जाप नेता पप्पू यादव। वे भी हर दिन साढ़े तीन घंटे उड़ान में ही बिता रहे हैं।

हेलिकॉप्टर कंपनियों की चांदी: बिहार चुनाव में हेलिकॉप्टर मुहैया कराने वाली कंपनियों के मुताबिक, इस बार कोरोना के कारण हेलिकॉप्टर के किराए को 25 फीसदी कम रखा गया है। इसके बावजूद सिंगल इंजन हेलिकॉप्टर में उड़ने का खर्च 70 हजार से 1.25 लाख रुपए प्रति घंटे का है। वहीं, डबल इंजन हेलिकॉप्टर में प्रतिघंटे का खर्च 1.60 लाख रुपए से 3.50 लाख तक है।