Uttarakhand Nikay Chunav Result 2018, Uttarakhand Local Body Election Results 2018: उत्तराखंड में 84 शहरी निकायों के लिए हुए चुनाव की मतगणना मंगलवार (20 नवंबर) सुबह से जारी है। परिणामों के पूरी तरह से बुधवार तक घोषित होनी की संभावना है। 84 शहरी निकायों में से सात नगर निगम, 39 नगर परिषद और 38 नगर पंचायत शामिल हैं। रविवार (18 नवंबर) को इसके लिए यहां मतदान हुआ था, जबकि आज नतीजों से 4978 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। निकाय चुनाव के नतीजे इसके अलावा राज्य के मतदाताओं का मूड भी बताएंगे कि वे किसी पसंद करते हैं और किसे नहीं।
राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने मतदाताओं की सूची में अनियमितता का आरोप लगाया उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा, “हम मतदाताओं की सूची में अनियमितताओं की उच्च स्तर की जांच की मांग करते हैं।” चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 23.53 लाख मतदाता हैं, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 12.20 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 11.33 लाख है।
Highlights
लेटेस्ट रुझान इस प्रकार हैं-
रुझान: 4 (बीजेपी 2 सीटों पर आगे, कांग्रेस 1 सीट पर आगे, और निर्दलीय 1 सीट पर आगे)
परिणाम घोषित: 78 (बीजेपी ने 31 सीटें जीतीं, इंडिपेंड ने 22 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 24 सीटें जीतीं, बीएसपी 1 सीट जीती)। परिणामों की तस्वीर बुधवार को पूरी तरह से साफ होगी।
रुझान: 17 (बीजेपी 8 सीटों पर आगे, कांग्रेस 6 सीटों पर आगे, बीएसपी 1 सीट पर आगे और निर्दलीय 1 सीट पर आगे) परिणाम घोषित: 61 (बीजेपी ने 26 सीटें जीतीं, इंडिपेंड ने 18 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 17 सीटें जीतीं)।
कुल 1148 सीटों में से 89 निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा हासिल की गई हैं। इससे पता चलता है कि लोगों ने दो बड़ी पार्टियों, कांग्रेस और बीजेपी को चुनने के बजाए निर्दलीय उम्मीदवारों पर ज्यादा भरोसा जताया है। पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 70 सदस्यीय मजबूत असेंबली में 56 सीटें जीती थीं। भाजपा के त्रिवेन्द्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
कुछ सीटों के लिए अभी भी गिनती चल रही है। यह सुबह 8 बजे शुरू हुआ और 1,064 नगरसेवक सीटों के शुरुआती राउंड में, निर्दलीय उम्मीदवारों ने 80 सीटों पर जीत हासिल की, बीजेपी ने 20 सीट जीती, जबकि कांग्रेस सिर्फ आठ सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही।
चिन्यालिसौर- बीना (निर्दलीय)
बारकोट- अनुपमा (निर्दलीय)
पुरोला- हरिमोहन सिंह (कांग्रेस)
टनकपुर- विपिन कुमार (निर्दलीय)
चंपावत- विजय वर्मा (कांग्रेस)
बनबांसा- रेणु अग्रवाल (निर्दलीय)
उत्तराखंड के स्थानीय निकाय चुनाव में इस बार अच्छी-खासी वोटिंग हुई। रविवार को हुए शहरी स्थानीय चुनाव में तकरीबन 70 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
साल 2013 में हुए निकाय चुनावों में बीजेपी ने 68 में से 22 सीटें जीती थीं, जबकि नगर निगमों में उसने चार मेयर पद हासिल किए थे।
उधमसिंह नगर जिले में सोमवार को वॉर्ड संख्या 106, 107 और 108 पर दोबारा मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार, तकीनीकी दिक्कतों के कारण इन वॉर्ड्स में मतदान रुक गया था। आंकड़े बताते हैं कि राज्य में 23.53 लाख मतदाता हैं, जिनमें 12.20 लाख पुरुष हैं, जबकि 11.33 लाख महिलाएं हैं। 18 नवंबर को हुए मतदान में कुल 60 फीसदी वोटिंग हुई थी।
राज्य में 44 जगहों पर मतगणना जारी है। आ रहे रुझानों के मुताबिक, निर्दलीय 175 सीटों के साथ अच्छी-खासी बढ़त लिए हुए हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर 38 सीटों के साथ बीजेपी है, जबकि तीसरे नंबर पर 13 सीटों के साथ कांग्रेस है।
राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार ने वोटर लिस्ट में अनियमितता होने का आरोप लगाया है। बीजेपी राज्य इकाई के अध्यक्ष अजय भट्ट के मुताबिक, लिस्ट से भारी संख्या में कोर वोटरों के नाम गायब मिले। भट्ट ने इस बाबत राज्य चुनाव आयोग द्वारा उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है, ताकि आरोपियों को सजा दी जा सके।
टनकपुर नगर परिषद में भी निर्दलीयों ने बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों को पछाड़ा। निर्दलीयों ने जहां छह वॉर्ड्स पर कब्जा जमाया। वहीं, बीजेपी के खाते में सिर्फ दो ही वॉर्ड आए, जबकि कांग्रेस अपना खाता खोलने में नाकाम रही। वॉर्ड 1- कपिल उप्रेती (बीजेपी) वॉर्ड 2 - हसीब अहमद (निर्दलीय), वॉर्ड 3 रईस अहमद (निर्दलीय), वॉर्ड 4 हुमा (निर्दलीय), वॉर्ड 5 – पूजा (निर्दलीय), वॉर्ड 6 – दीपक बेलवाल (निर्दलीय), वॉर्ड 7 – तुलसी कुंवर (बीजेपी), वॉर्ड 8 – अमित भट्ट (निर्दलीय)।
ऋषिकेश नगर परिषद में निर्दलीय उम्मीदवार तीन वॉर्ड में जीते, जबकि दो पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीत हासिल की। वॉर्ड 1 में पुष्पा मिश्रा (निर्दलीय), वॉर्ड 2 में पुष्पा देवी (बीजेपी), वॉर्ड 15 में प्रभाकर शर्मा (निर्दलीय), वॉर्ड 16 में अजीत गोल्डी (निर्दलीय), वॉर्ड 17 में शिवकुमार गौतम (बीजेपी) और वॉर्ड 29 में गुरविंदर (निर्दलीय) ने जीत हासिल की।
राज्य के 44 मतगणना केंद्रों पर काउंटिंग चल रही है। अभी तक कुल 150 वार्डों के नतीजे घोषित किए गए हैं। इनमें से 103 वार्ड पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने कब्जा किया है, जबकि बीजेपी को 33 तथा कांग्रेस को 13 वार्ड में जीत मिली है।
चंपावत की बनबासा नगर पंचायत के परिणाम आ गए हैं। यहां वार्ड 1 से पंकज भट्ट, वार्ड 2 से शकील, वार्ड 3 से मोहन सिंह ठाकुर, वार्ड 4 से प्रमोद गुप्ता, वार्ड 5 से रेखा, वार्ड 6 से देवकुमारी, वार्ड 7 से रंजना कश्यप को जीत मिली है।
भाजपा का आरोप था कि बड़ी संख्या में उनके समर्थकों के नाम मतदाता सूची से गायब थे। कथित अनियमितता को लेकर राज्य चुनाव आयोग का ध्यान आकर्षित कराते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि उनके कई सारे वोटर अपने अधिकार का उपयोग नहीं कर पाए। कुछ के गलत नाम छपे हुए थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "यह स्वीकार्य नहीं है। भाजपा इस तरह की अनियमितता का शिकार हुई है। 2019 में चुनाव होने वाला है इसलिए वोटर लिस्ट को लेकर विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए।
निकाय चुनाव में इवीएम की जगह बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया है, इसलिए मतगणना में देरी होने और रिजल्ट मंगलवार की रात तक आने की संभावना है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, 84 शहरी निकायों के लिए 4978 उम्मीदवार मैदान में हैं।
ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी ने वार्ड नंबर 54, 76 और 91 में जीत दर्ज कर ली है। बीजेपी के शिव कुमार ने ऋषिकेश नगर पंचायत के मेयर दीप शर्मा को 28 मतों से हरा दिया है। चिलियानौला नगर पंचायत में वार्ड 1 से दीपक कुमार, वार्ड 2 से कमला बिष्ट, वार्ड 3 से बीना नेगी, वार्ड 4 से नवल पांडे और वार्ड 6 से अरुण रावत आगे चल रहे हैं। बीजेपी उम्मीदवार लच्छम सिंह वार्ड 5 तथा उमा रावत वार्ड 7 पर आगे चल रही हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड में कुल 23.53 लाख वोटर हैं। इनमें से 12.20 लाख पुरुष और 11.33 लाख महिलाएं हैं। 84 शहरी निकायों में रविवार (18 नवंबर) को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ था। इसमें सात नगर निगम, 39 नगर परिषद और 38 नगर पंचायत शामिल हैं।
शुरूआती रूझानों के मुताबित निर्दलीय उम्मीदवार प्रमोद मेहता बागेश्वर सीट से आगे चल रहे हैं। दूसरे निर्दलीय उम्मीदवार शमशेर मेहर पिथौरागढ़ सीट से आगे चल रहे हैं। काशीपुरा में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। उत्तराखंड के वार्ड 6 और वार्ड 7 से निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस को मात्र 11 सीटें मिली थी। इसलिए यह चुनाव कांग्रेस के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है। कांग्रेस राज्य में फिर से मतदाताओं को अपनी ओर गोलबंद करने की कोशिश में दिख रही है।
राज्य चुनाव आयोग कार्यालय के अनुसार, रविवार को शाम पांच बजे तक कुल 60 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने वोटिंग के अधिकार का प्रयोग किया था।