राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उदयपुर के कन्हैया लाल हत्या मामले को पूरी मुस्तैदी से उठाया हुआ है। कांग्रेस भी पलटवार करने का पूरा प्रयास कर रही है। सोमवार को मध्य प्रदेश के बड़वानी में एक चुनावी रैली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में कांग्रेस सरकार का जिक्र करते हुए कहा, “पिछले पांच सालों मे वहां क्या नहीं हुआ? क्या हम सोच भी सकते थे कि हम भारत में ‘सर तन से जुदा’ जैसे नारे सुनेंगे? राजस्थान में कांग्रेस के कुशासन में कैमरे के सामने ऐसा हुआ।” पीएम के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी समेत अन्य नेताओं ने भी इस मुद्दे को उठाया है। इससे पहले भी 9 नवंबर को उदयपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कन्हैया लाल की हत्या को आतंकवादी घटना कहा था और कहा था कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि राजस्थान में कांग्रेस सरकार थी जिसे आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति है।
राजस्थान में बढ़ता कन्हैया लाल की हत्या का मुद्दा
राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैया लाल को दो लोगों ने चाकू से गला काट कर मार डाला था और एक वीडियो भी साझा की थी। वह वीडियो में भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पेगंबर मुहम्मद पर की गई टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे जिसका समर्थन कन्हैया लाल ने किया था। अब जब भाजपा ने इस मुद्दे को उठाया है तो कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। जहां एक ओर कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने उदयपुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और भाजपा पर हमला बोला वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैक-टू-बैक कार्यक्रमों में भाजपा पर जमकर हमला बोलते हुए कन्हैया लाल की हत्या के लिए सीधे तौर पर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया।
सीएम गहलोत ने उठाए सवाल
सीएम गहलोत ने कहा,”कन्हैया लाल की हत्या करवाने वाले कौन लोग थे? बीजेपी के लोग थे, इस मामले में कई रहस्य छिपे हैं और इस साजिश में भाजपा शामिल थी।” सीएम गहलोत ने आगे कहा, “क्या पीएम मोदी यह बात जानते हैं कि कन्हैया लाल की हत्या से पहले आरोपी किसी अन्य मामले में गिरफ्तार हुए थे और उनकी जमानत करवाने वाले भाजपा के लोग थे।”
सीएम ने इस बारे में भी बात की कि राजस्थान पुलिस ने चार-पांच घंटों के भीतर आरोपियों को पकड़ लिया था फिर भी एनआईए ने उसी रात मामले को अपने हाथ में ले लिया। सीएम ने कहा, “हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश हो सकती थी, अब एनआईए को मामले में आगे क्या हुआ इसका खुलासा करना चाहिए।”
गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि मामले को जानबूझकर खींचा जा रहा ताकि भाजपा चुनाव में इसे मुद्दा बना सके। उन्होंने कहा, ”शायद मोदी जी राजस्थान में कांग्रेस के माहौल को लेकर इतने चिंतित हैं कि निराश हो गए हैं और इस तरह की भाषा बोल रहे हैं।” उन्होंने कहा कि मोदी को धर्म के नाम पर लोगों को नहीं भड़काना चाहिए। कांग्रेस ने आरोपियों में से एक रियाज़ अत्तारी उर्फ मोहम्मद रियाज़ को भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया से जोड़ा है जो अब असम के राज्यपाल हैं। राजस्थान के MoS (गृह) राजेंद्र सिंह यादव ने दावा किया है कि रियाज़ गुलाब चंद कटारिया का पोलिंग एजेंट था। पूर्व गृह मंत्री कटारिया के साथ रियाज़ की तस्वीरें और सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा कि रियाज़ भाजपा के सक्रिय सदस्य था।
क्या है इस मामले का अपडेट?
एनआईए ने पिछले साल दिसंबर में अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया था जिसमें दो पाकिस्तानी नागरिकों सहित 11 संदिग्धों को आरोपी बनाया गया था। चुनाव से दो महीने पहले सितंबर में गहलोत सरकार ने उन दो लोगों को सरकारी नौकरियां आवंटित करने के लिए राजस्थान में मौजूदा सेवा नियमों में ढील दी जिन्होंने कन्हैया लाल हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने में पुलिस की मदद की थी। हत्या के बाद सीएम ने कन्हैया लाल के परिवार से मुलाकात की थी और उनके दो बेटों को सरकारी नौकरी के साथ-साथ परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की थी।