राजस्थान विधानसभा चुनाव की जंग अब चरम पर है। ऐसे में तीखे बयानों से वार-पलटवार भी तेज हो गया है। एक मंच पर वसुंधरा राजे की अमित शाह को प्रणाम करती तस्वीर सामने आई थी। इस पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कटाक्ष किया था जिस पर अब मौजूदा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पलटवार किया है। लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा के दौरान वसुंधरा ने गहलोत पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘मुझसे कहते हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने इतना झुककर नमस्कार क्यों करती हैं? महारानी है, ये क्या महलों से बाहर निकलेगी।’ वसुंधरा के बयानों को उनके और राजस्थान भाजपा के ट्विटर हैंडल से भी जारी किया गया।
‘महिला होने के नाते उनके शब्दों को बताना मेरे लिए मुश्किल’: वसुंधरा ने कहा, ‘मेरे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी को झुककर प्रणाम करने पर अशोक गहलोत जी ने जो टिप्पणी की है वो अमर्यादित और असभ्य है। जिस हल्की सोच के साथ उन्होंने एक महिला पर टिप्पणी की, वह सिर्फ मेरा ही नहीं, देश की सम्पूर्ण नारी जाति (शक्ति) का अपमान है। मैं तो कल्पना भी नहीं कर सकती कि कांग्रेस के नेताओं की महिलाओं के बारे में ऐसी मर्यादाहीन सोच हो सकती है। एक महिला होने के नाते उनके शब्दों को बयां करना मेरे लिए बहुत मुश्किल है। कांग्रेसी नेताओं को याद रखना चाहिए कि राजनीति के भी अपने संस्कार होते हैं।’
आदरणीय मुख्यमंत्री @VasundharaBJP जी, न सिर्फ हमें बल्कि पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है। आप शक्ति स्वरूपा होने के साथ ही प्रदेश की करोड़ों महिलाओं का मान हैं, जिन्हें आपने ऐसी ओछी मानसिकता के खिलाफ लड़ना सिखाया। https://t.co/jiFCZDZBnH
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) November 26, 2018
यह था गहलोत का बयानः गौरतलब है कि अशोक गहलोत ने हाल ही में एक बयान दिया था कि पूरे पांच साल अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वसुंधरा का 36 का आंकड़ा रहा। अब चुनाव आ गए तो शाह को झुककर प्रणाम कर रही हैं। इतना झुककर अपनी माई बाप जनता को प्रणाम करती तो आज प्रदेश की स्थिति कुछ और होती। गहलोत ने कहा कि वसुंधरा ने सिर्फ झूठे वादे किए हैं, कोई वादा पूरा नहीं हुआ। वसुंधरा के बयान को राजस्थान भाजपा के ट्विटर हैंडल से भी पोस्ट किया गया।
जिस पार्टी के संस्कारों की ही नींव हिली हो, उससे स्तरहीन राजनीति के सिवा और क्या उम्मीद की जा सकती है। ऐसे शब्दों से आपका आहत होना स्वाभाविक है लेकिन यह अकेले प्रदेश की मुखिया का अपमान नहीं है बल्कि प्रदेश की सभी महिलाओं का भी आपमान है। https://t.co/stcsjMuaIE
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) November 26, 2018
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर 7 दिसंबर को मतदान है। वहीं 11 दिसंबर को नतीजे आएंगे। दोनों प्रमुख पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हैं।