बीजेपी के कद्दावर नेता भैरो सिंह शेखावत के नेतृत्व में बीजेपी 1990 से राजस्थान की गद्दी पर काबिज थी। लेकिन, 1998 के विधानसभा चुनाव में शेखावत को अशोक गहलोत नाम के चेहरे ने जबरदस्त टक्कर दी। बीजेपी विरोधी लहर इस कदर राज्य में थी कि कांग्रेस ने अप्रत्याशित जीत हासिल की और अशोक गहलोत पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उस दौरान कांग्रेस को 200 सीट वाली विधानसभा में 153 सीटें मिलीं। जबकि, बीजेपी पिछले चुनाव के मुकाबले बुरी तरह धराशाई हुई और उसे 33 सीटों से संतोष करना पड़ा था। इसके पहले भैरो सिंह शेखावत के नेतृत्व में 1993 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 96 सीटें हासिल हुई थीं।
बीजेपी ने भैरो सिंह शेखावत के नेतृत्व में लगातार 8 सालों तक राजस्थान पर शासन किया। 1990 में पार्टी ने 85 सीट हासिल कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। उस दौरान अयोध्या में मंदिर आंदोलन का आगाज चरम पर था। 1990 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा था और वह तीसरे पायदान पर आ गई थी। कांग्रेस को 50 सीटें मिली थीं। जबकि, जनता दल 55 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही। जनता दल के ही सहयोग से तब बीजेपी ने सरकार बनाई थी। लेकिन, तीन साल बाद ही फिर से सूबे को चुनाव का मुंह देखना पड़ा और इस बार बीजेपी ने पिछले चुनाव के मुकाबले 11 अधिक सीटें हासिल की थी।
शेखावत के 8 साल के कार्यकाल के बाद से राजस्थान में हर 5 साल के अंतराल पर सरकार बदलने का ट्रेंड रहा है। जब गहलोत पहली बार सीएम पद की गद्दी संभाले थे, तो वह भी अगली बार इतिहास नहीं दोहरा पाए। 2003 में वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बीजेपी ने जबरदस्त पटखनी दी थी। तब राजे ने गहलोत सरकार को 153 सीट से 57 पर ला पटका था। उस दौरान बीजेपी ने 120 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल की थी। अब एक बार फिर पांच साल के अंतराल के बाद कांग्रेस दोबारा सत्ता में वापसी कर रही है।
Election Result 2018 LIVE: Rajasthan | Telangana | Mizoram | Madhya Pradesh | Chhattisgarh Election Result 2018