राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम 10 दिनों में जुबानी हमलों का दौर और तेज हो गया है। रविवार को चुरू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के पास मुख्यमंत्री पद के लिए एक भी विश्वसनीय चेहरा नहीं है उसके छह-छह उम्मीदवार अलग-अलग इलाकों में खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताकर वोट मांग रहे हैं।
‘जनता को गुमराह करना कांग्रेस की पुरानी आदत’
गौरतलब है कि कांग्रेस में चुनावी हलचल शुरू होने से काफी पहले ही मुख्यमंत्री पद को लेकर अंदरूनी घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस की इसी अंदरूनी लड़ाई को निशाने पर लेते हुए वसुंधरा ने कहा मुख्यमंत्री के नाम पर एक भी विश्वसनीय उम्मीदवार न होना जनता से छलावा है और चुनाव के नाम पर जनता को गुमराह करना कांग्रेस की पुरानी आदत रही है।
‘चुनाव का मतलब सिर्फ लोगों का पालन-पोषण नहीं’
वसुंधरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव का महत्व सिर्फ लोगों का पालन-पोषण करना नहीं है। हमारा उद्देश्य राजस्थान के लोगों की आशाओं, आकांक्षाओं, अपेक्षाओं और सपनों को पूरा करना है। राज्य के विकास के लिए जरूरी माहौल भी प्रदान करना है। भाजपा सरकार के स्पष्ट निर्णय, साफ नीयत, सही विकास की नीति से देश और प्रदेश की उन्नति को पंख लगे हैं।
लगातार हो रहा है सत्ता परिवर्तन
राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं जिनमें से 80 फीसदी पर भाजपा ने पिछले चुनाव में जीत दर्ज की थी। वहीं लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। हालांकि पिछले कुछ दशकों से यहां हर बार सत्ता परिवर्तन हुआ है। ऐसे में इस बार यह देखना होगा कि फिर इतिहास खुद को दोहराएगा या वसुंधरा कुर्सी बचाने में कामयाब रहेगी। सभी सीटों पर 7 दिसंबर को मतदान है जबकि 11 दिसंबर को नतीजे आएंगे। राज्य में पिछले कुछ चुनावों से वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत ही कमान संभालते रहे हैं।