पंजाब के जालंधर वेस्ट से AAP प्रत्याशी शीतल ने “साडा चन्नी ” लिखे कपड़ों से भरे 3 ट्रक पकड़े। उनकी सूचना पर चुनाव आयोग की टीम मौके पर पहुंची और सारे सामान को अपने कब्जे में ले लिया। आप का आरोप कि वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने ये कपड़े मंगवाए थे। उधर, आयोग का कहना है कि सारे मामले की पड़ताल कर सख्त एक्शन लिया जाएगा।

पंजाब सीएम चरणजीत चन्नी इस बार दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। चमकौर साहिब से चन्नी लगातार तीन बार से विधायक हैं। इसके बाद भदौर सीट से भी उन्हें उम्मीदवार घोषित किया गया है। चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र दलित वोटरों का आधिपत्य है। 31 फीसदी दलित वोटर मालवा रीजन से ताल्लुक रखते हैं और चमकौर साहिब विधानसभा क्षेक्र इसी का हिस्सा है। यहां से चरणजीत सिंह चन्नी लगातार तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं।

हालांकि, उनके दो सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर तरह-तरह के कयास लग रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि चन्नी को कांग्रेस इसलिए ही दो सीटों पर उतारा है ताकि वह किसी भी सीट से जीत दर्ज कर लें। उनके हारने से पार्टी को नुकसान हो सकता है। वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि चन्नी कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार भी हैं। सोनिया गांधी चाहती हैं कि चरणजीत सिंह चन्नी किसी भी हाल में जीत दर्ज करें।

एक कयास ये भी है कि चन्नी को भदौड़ से उतारने के पीछे का मकसद मालवा के दलित वोट को साधना है। दरअसल, सबसे ज्यादा दलित समुदाय के लोग मालवा क्षेत्र में ही रहते हैं। भदौड़ भी मालवा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस क्षेत्र में 69 विधानसभा सीटें हैं। यदि पार्टी यहां अच्छी लीड लेती है तो उसके लिए जीत की राह आसान बन सकती है।

गौरतलब है कि पंजाब की सभी 117 सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। सभी दलों के साथ बैठक के बाद चुनाव आयोग ने पोलिंग डेट आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। पहले पंजाब में 14 फरवरी को वोटिंग डेट निर्धारित की गई थी लेकिन 16 फरवरी को रविदास जयंती का हवाला देते हुए राजनीतिक दलों ने चुनाव कुछ दिन टालने की मांग की थी।

उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने कपड़े पकड़े जाने के बाद अपने अपने तरीके से पंजाब सीएम पर कटाक्ष किए। एक यूजर ने लिखा कि हो सकता है इसमें नोटों के बंडल आ रहे हो वैसे बजट घोषणा हो चुकी है अगर नोट बरामद हुए तो उसका कोई सेटलमेंट नहीं होगा खजाने में जाएंगे मजा आ जाए अगर इसमें नोट निकल जाए तो। एक ने लिखा- रेता चोरी से पैसा बनाओ, जनता का पैसा लूटो फिर उसी पाई के हजारवे हिस्से से चुनाव में जनता को मुफ्त बांटो। केजरीवाल से सीखो। चुनाव जनता के दान के पैसे से लड़ता है, चुनाव जीतने के बाद जनता के टैक्स का पैसा जनता पर खर्च करता है।