कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में इस बार पंजाब में नए चेहरों पर दांव लगाया है। पार्टी का दावा है कि ये चेहरे बेहतर चुनाव परिणाम देंगे और इसका सीधा लाभ विपक्षी गठबंधन को भी मिलेगा। राज्य में अब केवल फिरोजपुर सीट पर ही उम्मीदवार की घोषणा होनी शेष है। माना जा रहा है कि पार्टी एक-दो दिन में इस पर फैसला कर लेगी।

कांग्रेस ने पंजाब में अब तक जिन उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है, उनमें 13 में से केवल दो ही पुराने चेहरे हैं। इस बार के उम्मीदवारों की सूची देखें तो पुराने कांगेस सांसदों में अमृतसर सीट से गुरजीत सिंह औजला और फतेहगढ़ साहिब सीट से अमर सिंह ही ऐसे प्रत्याशी है, जिन्हें बदला नहीं गया है।

यहां यह बात भी गौर करने वाली है कि पंजाब राज्य की कई सीट पर बीते दिनों उपचुनाव भी कराने की नौबत आई थी। इन उम्मीदवारों की जगह भी पार्टी ने नए चेहरों को ही तवज्जो दी है। पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीट हैं, जिनमें से 12 सीट पर कांग्रेस अब तक अपने उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी है। अब केवल फिरोजपुर सीट ही बची है, जहां पर कांग्रेस को अपने प्रत्याशी के नाम पर फैसला करना है।

कांग्रेस के पंजाब प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी ने इस बार के चुनाव के लिए जीतने वाले उम्मीदवार को मौका दिया है। इसका लाभ लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के समीकरण देखें तो अब तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिरोमणि अकाली दल एक साथ लड़ते थे। इस बार ऐसे समीकरण नहीं है, जो कांग्रेस के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं। पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब की कुल तेरह सीट में से आठ सीट पर अपनी जीत दर्ज कराई थी।

कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा एक साथ नहीं करके चरणबद्ध तरीके से की है। पार्टी आलाकमान की सहमति के बाद पंजाब से संबंधित चार लोकसभा सीट की सूची हाल ही में जारी की गई है। इन चार नामों से पार्टी ने तीन चेहरों को बदला है। जैसे गुरदासपुर सीट पर सुनील कुमार जाखड़ की जगह सुखविंदर सिंह रंधावा को टिकट दी है और खडूर साहिब सीट से जसबीर सिंह गिल की जगह कुलबीर जीरा को उतारा है। इसके अलावा आनंदपुर साहिब जो कि कांग्रेस की जीती हुई सीट थी, वहां पर भी वर्तमान सांसद रवनीत सिंह बिट्टू की जगह अमरिंदर सिंह बरार को मौका दिया गया है। इन चारों सीट में से केवल गुरदासपुर सीट पर भाजपा का कब्जा था।

उल्लेखनीय है कि पंजाब के अमृतसर सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी मैदान में थे। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार गुरजीत सिंह औजला ने अपनी जीत दर्ज कराई थी। इन्हें पार्टी ने फिर से चुनाव लड़ने का मौका दिया है। इसी तरह फतेहगढ़ साहिब सीट की बात करें तो यहां कांग्रेस के उम्मीदवार अमर सिंह ने पिछले चुनाव में 4,11,651 मत प्राप्त किए थे, जोकि करीब 41.75 फीसद था। उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी दरबारा सिंह को इस चुनाव में हराया था।