पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए तारीख के ऐलान के बाद कांग्रेस की आपसी फूट और बढ़ती जा रही है। आनंदपुर साहिब से सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को निशाने पर लिया है। मनीष तिवारी का कहना है कि पंजाब को एक गंभीर व्यक्ति की जरूरत है जो प्रदेश की चुनौतियों को हल कर सके।

मनीष तिवारी ने बिना नाम लिए सीएम चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा। मनीष तिवारी ने कहा, ”पंजाब को एक गंभीर व्यक्ति की जरूरत है जो कि पंजाब की चुनौतियों को हल कर सके और उसके पास मुश्किल फैसले लेने की क्षमता होनी चाहिए।” तिवारी ने कहा कि पंजाब को गंभीर नेता चाहिए। राज्य को सोशल इंजीनियरिंग, इंटरटेनमेंट और सिर्फ मुफ्त की घोषणनाएं करने वाले नेताओं की जरूरत नहीं है।

’23 ग्रुप’ के नेताओं के सदस्य तिवारी, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते हैं। पंजाब में कांग्रेस दोबारा सत्ता में आने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम नहीं दिया है।

वहीं, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि लोग विधायकों को चुनते हैं और वे अपना मुख्यमंत्री भी चुनेंगे, न कि कांग्रेस आलाकमान। सिद्धू ने कहा, ”पंजाब के लोग अपना मुख्यमंत्री चुनेंगे, आलाकमान नहीं।” एक पत्रकार के सवालों के जवाब में सिद्धू ने कहा, ”किसने कहा कि आलाकमान मुख्यमंत्री का चुनाव करेगा?”

बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बनाया गया था जो अनुसूचित जाति से आते हैं। ये पहला मौका नहीं है जब मनीष तिवारी ने सीएम चन्नी और सिद्धू को निशाने पर लिया है। इसके पहले भी वह दोनों नेताओं पर सवाल उठाते रहे हैं।

पीएम की सुरक्षा में चूक के मामले पर भी मनीष तिवारी की राय पंजाब कांग्रेस और सीएम चन्नी से अलग थी। तब तिवारी ने कहा था, ”जहां पर पीएम का काफिला रुका था, वो जगह भारत की सरहद से सिर्फ 10 किलोमीटर पर है। पाकिस्‍तान की जो हैवी आर्टिलरी है, जो भारत-पाकिस्‍तान सीमा पर तैनात रहती है। हमारी भी आर्टिलरी तैनात रहती है, उसकी रेंज 35-36 किलोमीटर से ज्‍यादा होती है, देश के पीएम की सुरक्षा की तुलना किसी और से करना मैं अपने विवेक में इस बात को उचित नहीं मानता।”