पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में अब तीन दिन बाकी रह गए हैं, लेकिन कांग्रेस की प्रदेश यूनिट में जारी खींचतान थमती दिखाई नहीं दे रही है। कांग्रेस ने गुरुवार को वरिष्ठ नेता और बरनाला से पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लों (Kewal Singh Dhillon) को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने केवल सिंह ढिल्लों को बिना किसी पूर्व सूचना के पार्टी से बर्खास्त करने के फैसले पर हैरानी जताई है।
ढिल्लों को पार्टी से बर्खास्त किए जाने पर हैरानी जताते हुए मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, “यह पढ़कर स्तब्ध हूं कि केवल सिंह ढिल्लों को बिना किसी नोटिस के पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। जब आतंक के दिनों में पंजाब में कोई पैसा लगाने को तैयार नहीं था, तब केवल सिंह ढिल्लों पेप्सिको को पंजाब लेकर आए थे।”
कांग्रेस ने 16 फरवरी को पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी द्वारा हस्ताक्षरित एक प्रेस बयान जारी कर ढिल्लों को पार्टी से निकाले जाने की घोषणा की। इसमें कहा गया है, “अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने केवल सिंह ढिल्लों को पार्टी विरोधी गतिविधियों को देखते हुए तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है।” 2007 और 2012 में बरनाला विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर ढिल्लों विधायक चुने गए थे।
उधर, मनीष तिवारी के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें उस वक्त तेज हो गई थीं जब पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ सदस्य अश्विनी कुमार ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उस समय मनीष तिवारी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा था कि वह अश्विनी कुमार के पार्टी छोड़ने के फैसले से हैरान हैं।
गुरुवार को पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच, आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “मैंने कई बार ये बात पहले भी कही है कि हम कांग्रेस पार्टी में किराएदार नहीं हैं हम हिस्सेदार है। हां कोई धक्का देकर निकालेगा वो दूसरी बात है। हमने 40 साल अपनी ज़िदगी के पार्टी को दिए हैं, हमारे परिवार ने पार्टी के लिए ख़ून बहाया है।” बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है, विधानसभा चुनावों के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
