पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 10 मार्च को आएंगे। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में 26 सीटों पर हार जीत का अंतर 5000 वोटों से भी कम था। इस चुनाव में सभी पार्टियों की नजर इन सीटों पर होंगी। 

पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं, जबकि आम आदमी पार्टी को 20 और शिरोमणि अकाली दल को 18 सीटें मिली थीं। वोट शेयर की बात की जाए तो पंजाब में कांग्रेस को 38.64% वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर शिरोमणि अकाली दल था। उसे 30.74% वोट मिले थे। आम आदमी पार्टी को 23.80% वोट प्राप्त हुए थे।

पंजाब में कुल 117 विधानसभा सीट हैंं। पिछले चुनाव में हर पांचवीं सीट पर प्रत्याशियों के बीच हार और जीत का अंतर 5000 वोटों से कम था। ऐसी 26 सीटों में से, सबसे अधिक 11 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं। 7 सीट अकाली दल और 6 सीट आम आदमी पार्टी को प्राप्त हुई थी। 2 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। 

पिछले चुनाव में 3 सीटों पर जीत-हार का अंतर 1000 से कम था। इन सीटों में फजालिका और भूचो मंडी कांग्रेस ने जीती थी, जबकि बटाला से शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। वहीं नौ सीटों पर यह अंतर 1000 से 2000 के बीच में था। इन सीटों में डेरा बाबा नानक, लुधियाना पूर्व, मोगा और फतेहगढ़ चूरियन पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। बांगा (एससी) और डेरा बस्सी पर अकाली दल ने जीत दर्ज की थी। बुधलाडा, दिर्बा और गढ़शंकर सीट पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी। 

मोगा सीट से 2017 में जीते कांग्रेस प्रत्याशी हरजोत सिंह कमल ने इस बार बीजेपी ज्वाइन कर ली है। कांग्रेस पार्टी ने उनकी जगह टिकट सोनू सूद की बहन मालविका सूद को दे दिया, जिससे नाराज होकर उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली।

पिछले चुनाव में 4 सीटों पर जीत का अंतर 2000 से 3000 के बीच था। इन सीटों में फगवाड़ा पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। खरड़, बरनाला पर आम आदमी पार्टी और धुरी सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी।

पांच सीटों पर अंतर 3000 से 4000 के बीच था। इन सीटों में अबोहर पर बीजेपी, फिल्लौर सीट पर अकाली दल वहीं नवांशहर ,शाम चौरासी और अम्लोह सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी। इसके साथ ही अन्य पांच सीटों पर अंतर 4000 से 5000 के बीच था। इन सीटों में साहनेवाल, सनौर और शाहकोट पर अकाली दल को जीत हासिल हुई थी। दाखा सीट पर आम आदमी पार्टी और मलौत सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी।

क्‍या इस बार इन 26 सीटों के नतीजे चुनावी तस्‍वीर को कोई अलग रुख देंगे? इसका जवाब 10 मार्च को ही मि‍ल सकेगा।