प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पंजाब के फिरोजपुर में बुधवार को होने वाली रैली रद्द हो गई है। गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को जाम कर रखा था। पीएम 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी। इसको लेकर गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से रिपोर्ट तलब की है। वहीं, पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध ने कहा कि जो आज पंजाब में हुआ उसका आधा भी किसी और दल के नेता के साथ यूपी में हो जाता तो ट्विटर पर कुछ लोग बवाल कर देते। इस पर सोशल मीडिया पर कई रिएक्शन आने लगे।

ऋचा अनिरुद्ध ने प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ”जो आज पंजाब में हुआ उसका आधा भी किसी और दल के नेता के साथ यूपी में हो जाता, तो ट्विटर पर कुछ लोग बवाल कर देते। वही लोग आज के मामले को तरह तरह के मोड़ देने में लगे हैं। अद्भुत है।” ऋचा ने आगे लिखा, ”एक व्यक्ति का नहीं कर सकते तो, एक पद का तो सम्मान करो कम से कम, अब ट्रोल आर्मी काम पर लग जाएगी।” इस पर एक यूजर (@_i_eventide) ने लिखा, ”देश को गृहमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए ना..”

फिल्म निर्माता और टीवी पत्रकार विनोद कापड़ी ने इस मामले पर कहा, ”सुरक्षा में चूक भयावह है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जवाब देना ही चाहिए पर क्या इस चूक के लिए भारत के गृहमंत्री अमित शाह की कोई जिम्मेदारी नहीं ?”

वरिष्ठ पत्रकार अजित अंजुम ने लिखा, ”इसमें कोई शक नहीं कि प्रधानमंत्री के रूट को क्लियर रखने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की थी। प्रोटोकॉल का पालन हर हाल में किया जाना चाहिए था। लापरवाही पर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। लेकिन ‘मैं जिंदा बच गया’ जैसे जुमले के साथ जान पर खतरे वाला नैरेटिव
मौके का फायदा उठाने की कोशिश है।”

अभिसार शर्मा ने पत्रकार पंकज झा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, ”नरेंद्र मोदी ज़िंदाबाद”, अंत में सुनाई दे रहा है। साथ ही भाजपा का झंडा। फिर इसे न्यूज चैनल क्यों सुरक्षा में चूक और भीड़ को “प्रदर्शनकारी” बता रहे हैं?” वहीं, पत्रकार गौरव सिंह सेंगर ने कहा, ”पंजाब के DGP और DG इंटेलिजेंस, पर सख्त कार्रवाई की दरकार है।”