पाकिस्तान बॉर्डर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पंजाब के हुसैनीवाला के पास पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi Security Breach) की सुरक्षा में हुई चूक के एक दिन बाद गृह मंत्रालय ने (Ministry of Home Affairs) मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया। उधर, पंजाब सरकार ने भी कमेटी गठित कर दी है। गृह मंत्रालय की कमेटी में तीन अधिकारी रखे गए हैं, जबकि पंजाब सरकार की कमेटी में दो सदस्य शामिल हैं।
केंद्र की ओर से ये तीन अधिकारी करेंगे पीएम की सुरक्षा में चूक की जांच
पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक की जांच करने वाली कमेटी का नेतृत्व कैबिनेट सेक्रेट्रिएट में सेक्रेट्री (सिक्योरिटी) सुधीर कुमार सक्सेना को सौंपा गया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह और Special Protection Group (SPG) के आईजी एस सुरेश को भी कमेटी में मेंबर बनाया गया है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली SPG, कैबिनेट सेक्रेट्रिएट के ही अंडर काम करती है।
कमेटी गठन के बाद गृह मंत्रालय ने स्टेटमेंट में क्या कहा
MHA ने गुरुवार को जारी स्टेटमेंट में कहा, ‘5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे पर सुरक्षा इंतजाम में गंभीर लापरवाही की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने एक कमेटी का गठन किया है।’ बुधवार को हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर दूर एक फ्लाईओवर पर पीएम मोदी के काफिले को रुकना पड़ गया था, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने आगे रोड बाधित कर रखा था। इस घटना को प्रधानमंत्री के लिए गंभीर खतरा बताते हुए MHA ने बुधवार को पंजाब सरकार से रिपोर्ट तलब कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की बात कही।
क्या है प्रधानमंत्री की विजिट के लिए प्रोटोकॉल
गृह मंत्रालय की यह कमेटी पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सभी लोगों से पूछताछ करेगी। इसमें SPG और स्टेट पुलिस दोनों के अधिकारी शामिल हैं। कमेटी SPG और लोकल पुलिस के बीच कम्युनिकेशन का भी विश्लेषण करेगी, ताकि यह पता लग सके कि गलती कहां से हुई। प्रधानमंत्री की किसी भी यात्रा से पहले सुरक्षा के इंतजाम की व्यापक तैयारी की जाती है। इस एक्सरसाइज में सेंट्रल एजेंसीज के साथ राज्य पुलिस भी शामिल होती है। प्रधानमंत्री के सभी दौरों से पहले एडवांस सिक्योरिटी लायजन (ASL) मीटिंग होती है। यह प्रोटोकॉल का हिस्सा होती है, इसके तहत पीएम के निर्धारित कार्यक्रम से तीन दिन पहले SPG सभी संबंधित लोगों के साथ सुरक्षा को लेकर बैठक करती है। इस मीटिंग में SPG के अलावा उस राज्य के इंटेलिजेंस ब्यूरों के अधिकारी भी होते हैं। इसके अलावा राज्य के पुलिस अधिकारी, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट भी मीटिंग का हिस्सा होते हैं।
पंजाब सरकार ने भी किया उच्च स्तरीय कमेटी का गठन
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुरुवार को पंजाब सरकार ने भी पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया। इस कमेटी में जस्टिस महताब सिंह गिल (रिटायर्ड) होम अफेयर्स एंड जस्टिस डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अनुराग वर्मा हैं। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यह कमेटी तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
हरकत में नजर आया कांग्रेस आलाकमान
गुरुवार को कांग्रेस आलाकमान भी हरकत में नजर आया। सोनिया गांधी ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। सोनिया गांधी ने उनसे कहा कि प्रधानमंत्री देश का प्रधानमंत्री होता है, उनकी सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक की गुंजाइश नहीं है। इस मामले में जो भी जिम्मेदार लोग हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। एक चैनल से बातचीत में खुद सीएम चन्नी ने बताया कि सोनिया गांधी ने उनसे कहा है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक्शन हो। चन्नी ने बताया कि उन्होंने कमेटी बिठा दी है और उचित कार्रवाई होगी। गुरुवार को पंजाब के सीएम और डिप्टी सीएम दोनों को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रोक लिया। इस दौरान सीएम चन्नी ने अपनी कार से निकलकर लोगों से बात की और कहा- पीएम की जान को कोई खतरा नहीं। कई कांग्रेसी नेता भी पीएम की सुरक्षा में चूक को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठे चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस के भीतर भी हलचल दिख रही है। उधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर राजनीति न किए जाने की बात कही।