दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को थप्पड़ मारने वाला व्यक्ति आम आदमी पार्टी का कार्यकता रह चुका है। यह दावा दिल्ली पुलिस की तरफ से किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता का कहना है कि सुरेश पार्टी के लिए रैलियां व बैठकें आयोजित करता था… लेकिन पार्टी के नेताओं के व्यवहार कारण उसका मोहभंग हो गया।
थप्पड़ मारने वाला 29 वर्षीय सुरेश चौहान गडियालोहार स्क्रैप डीलर का काम करता है। आरोपी के साले हंसराज ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि वह पुलिस के इस बात से काफी ‘चकित’ हैं। हंसराज के अनुसार सुरेश कांग्रेस, भाजपा या आप, कभी किसी राजनीतिक दल के साथ जुड़ा नहीं रहा है।
उसने बताया कि सुरेश अनपढ़ है। हम ओबीसी कैटेगरी के तहत आते हैं। मैं उसके बहुत करीब हूं। यदि वह कभी किसी राजनीतिक दल में शामिल हुआ होता तो मुझे इस बात की जानकारी होती। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को थप्पड मारने के लिए घर से निकलने से पहले आरोपी सुरेश ने किसी को भी नहीं बताया था कि वह कहां जा रहा है। वह न तो काम पर गया और ना ही मोती नगर के कैलाश पार्क में अपने साले हंसराज के घर गया।
शाम करीब 6.30 बजे पुलिस आरोपी सुरेश के घर पहुंची और उसकी पत्नी को बताया कि उसके पति को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। साले हंसराज ने कहा कि घटना की जानकारी के बाद हम मोती नगर थाने पहुंचे। हमें उससे मिलने नहीं दिया गया। हंसराज ने कहा कि यदि हमें पता होता कि वह सीएम को थप्पड़ मारने जाने वाला है तो हम उसे कभी नहीं जाने देते। उसके गलत किया है।
मोदी के खिलाफ कुछ सुनना नहीं चाहते थेः सुरेश की पत्नी ममता ने कहा कि वह मोदी के खिलाफ कुछ सुनना नहीं चाहते थे। पत्नी ने कहा कि वह मोदी को पसंद करता था… हम सभी पसंद करते हैं। सुरेश के परिवार वालों का कहना था कि वह राजनेताओं के झूठे वादों से नाराज था। उसके साले ने कहा कि कुछ दिन पहले ही उसके साथ बातचीत में सुरेश ने कहा था कि ‘जो काम नहीं करेगा, वो पिटेगा’।
रोड शो के दौरान पड़ा था थप्पड़ः दिल्ली के कर्मपुरा में शनिवार को ओपन जीप में रोडशो के दौरान केजरीवाल को सुरेश ने जीप के बोनट पर चढ़कर थप्पड़ मार दिया था। केजरीवाल यहां नई दिल्ली के उम्मीदवार ब्रजेश गोयल के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। थप्पड़ मारने के बाद ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सुरेश को नीचे खींच लिया। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया।