प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में गुजरात के द्वारका में अंडरवॉटर द्वारका नगर में पूजा-अर्चना की थी। रविवार को पीएम मोदी के पौराणिक जलमग्न शहर द्वारका में पानी के अंदर भगवान कृष्ण की पूजा करते हुए तस्वीरें और वीडियो सुर्खियों में रहीं थीं। वहीं दूसरी ओर सौराष्ट्र की दो दिवसीय यात्रा के दौरान अहीर जाति तक पहुंच बनाने की उनकी कोशिश पर किसी का ध्यान नहीं गया।

प्रधानमंत्री की यह यात्रा पौराणिक शहर के लिए सबमरीन टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए गुजरात सरकार द्वारा मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के ठीक बाद हुई। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने 4800 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिसमें सुदर्शन सेतु भी शामिल है जो द्वारका शहर को बेट द्वारका द्वीप से जोड़ता है।

PM मोदी ने की अहीर समुदाय की महिलाओं की प्रशंसा

पीएम मोदी ने अपने संबोधन से पहले भगवान कृष्ण का आह्वान किया और अहीर समुदाय की महिलाओं की प्रशंसा की। अहीर हिंदी पट्टी में यादवों के समकक्ष हैं जो खुद को भगवान के वंशज के रूप में देखते हैं। अहिरानियों (अहीर महिलाओं ) की तुलना ओवरना (अपनों और प्रियजनों के सिर से चिंताएं) दूर करने वाली माताओं से करते हुए पीएम मोदी ने पिछले साल 23 और 24 दिसंबर को 37,000 अहीर महिलाओं द्वारा किए गए ‘महा रास’ का उल्लेख किया। जो ऊषा की याद में किया गया था, जिन्हें भगवान कृष्ण की पुत्रवधू माना जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रोड शो भी किया जहां उन्होंने अहीरों को धन्यवाद दिया, जो जामनगर लोकसभा सीट पर प्रभुत्व रखने वाला समुदाय है। यह सीट कभी कांग्रेस के विक्रम मदम के पास थी। 2014 में यह सीट उनकी भतीजी और भाजपा प्रत्याशी पूनम मदम ने छीन ली, 2019 में भी उन्होंने यह जीत बरकरार रखी थी।

खंबालिया विधानसभा सीट पर 1976 के बाद से कोई गैर अहीर नहीं जीता

लोकसभा क्षेत्र के सात विधानसभा क्षेत्रों में से दो कालावाड, जामनगर ग्रामीण, जामनगर उत्तर, जामनगर दक्षिण, खंबालिया, द्वारका और जामजोधपुर में अहीर विधायक हैं। खंबालिया विधानसभा सीट पर 1976 के बाद से कोई गैर अहीर नहीं जीता है। वहीं, सथवाड़ा (दलवाड़ी) समुदाय जिसकी संख्या दूसरी सबसे अधिक है और यह ओबीसी श्रेणी में भी आता है। माना जाता है कि वे भाजपा के वफादार समर्थक रहे हैं। ब्राह्मणों, द्वारका और ओखा के शहरी मतदाताओं और अन्य छोटे जाति समूहों के साथ, भाजपा को एक विजयी कॉम्बिनेशन मिला है। हालांकि द्वारका सीट पर अहीरों का कांग्रेस को समर्थन है।

हालांकि, वह मानते हैं कि पीएम मोदी की पहुंच निश्चित रूप से अहीर समुदाय के साथ उनका जुड़ाव पैदा करेगी। लगभग 45,000 अहीर महिलाओं ने गरबा कार्यक्रम में भाग लिया। पीएम मोदी ने उनकी प्रशंसा करके उनके परिवारों को प्रभावित किया है।

ओबीसी बहुल मानी जाती है यह सीट

वहीं, गुजरात की जामनगर लोकसभा सीट पाटीदारों के प्रभाव में होने के बावजूद कांग्रेस और बीजेपी दोनों यहां से अहीरों को मैदान में उतारती रही हैं। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी इस सीट को ओबीसी बहुल मानती है। पीएम मोदी के पौराणिक द्वारका शहर में डुबकी लगाने के संकेत के तौर पर बीजेपी का लक्ष्य बड़े पैमाने पर यादव वोट हासिल करना भी हो सकता है। इससे पहले, पार्टी ने राज्य में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद एक आश्चर्यजनक विकल्प के रूप में मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुना था।