पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर गुरुवार को बीजेपी में शामिल होंगी। वह पटियाला से कांग्रेस की निलंबित सांसद हैं। ऐसा माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में वह पटियाला से बीजेपी की उम्मीदवार होंगी। चार बार की सांसद और पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर को पिछले साल फरवरी में कांग्रेस ने निलंबित कर दिया था। उनकी कांग्रेस के साथ अनबन पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस छोड़ नई पार्टी बनाने के बाद ही शुरू हो गई थी।

कैसे हुई राजनीति की शुरुआत?

परनीत कौर की पढ़ाई शिमला के सेंट बेडेज़ कॉलेज से हुई। वह पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव अधिकारी ज्ञान सिंह काहलों की बेटी हैं। अक्टूबर 1964 में उनकी शादी पटियाला के पूर्व शाही परिवार के वंशज कैप्टन अमरिन्दर से हुई। 1999 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पटियाला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद उन्होंने विकलांग बच्चों के लिए संजीवनी नाम का एक एनजीओ चलाया।

परनीत कौर ने तब से अब तक 2014 को छोड़ कर चार बार पटियाला सीट जीती है। 2014 में वह वह आम आदमी पार्टी (आप) के धर्मवीरा गांधी से हार गई थीं। 2014 कौर को कथित तौर पर स्विस बैंक में खाते रखने के लिए आयकर नोटिस मिला था, तब वह काफी चर्चा में आई थीं।

इस बार नहीं है राह आसान

परनीत कौर के लिए इस बार पटियाला लोकसभा का चुनाव बहुत ज़्यादा आसान नहीं होने वाला है। क्योंकि उनके सबसे करीबी सहयोगी और पूर्व विधायक हरदियाल सिंह कंबोज अभी भी कांग्रेस में हैं।

माना जाता है कि कम्बोज ने पहले के हर चुनाव में उनके अभियान को संभाला है। उनके लिए पटियाला के जाट-बहुल क्षेत्रों में वोट हासिल करना उतना आसान नहीं है। इसकी एक वजह किसान आंदोलन को भी माना जाता है। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में उनकी बेटी जय इंदर कौर ने भी साफ किया था कि परनीत कौर ने अभी से ही पटियाला लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है।