भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव में पाकिस्तान भी काफी दिलचस्पी लेता दिख रहा है। वो सिर्फ दिलचस्पी नहीं ले रहा है, बल्कि इस समय हस्तक्षेप भी करता दिख रहा है। पाकिस्तान के ही पूर्व सरकार में मंत्री फवाद चौधरी इस समय लगातार भारत के चुनाव पर बयानबाजी कर रहे हैं। उनकी बयानबाजी पर भारत की राजनीति में चर्चा भी होती दिख रही है।
अब क्या बोल गए पाकिस्तान के नेता?
इसी कड़ी में पाकिस्तान के फवाद चौधरी ने एक बार फिर ऐसा बयान दे दिया है जो अंतिम चरण से ठीक पहले विवाद खड़ा कर सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही एक पुराने बयान को ही आधार बनाते हुए कहा कि इस समय मैं मानता हूं कि भारत के वोटर का असल फायदा इस बात में छिपा है कि पाकिस्तान से उसके रिश्ते बेहतर हों, भारत विकासशील देश की ओर बढ़े।
फवाद ने आगे कहा कि अब ये सब तभी हो सकता है जब नरेंद्र मोदी और उनकी विचारधारा को हराया जाए। अब जो भी उन्हें हराएगा, फिर चाहे वो राहुल हों, केजरीवाल हों या फिर ममता बनर्जी, हमारी शुभकामनाएं तो उन लोगों के साथ हैं, जो भी कट्टरपंथी को हराएगा, उनको हमारा समर्थन रहेगा।
फवाद यही पर नहीं रुके, उन्होंने दो टूक कहा कि वर्तमान सरकार तो भारत से मुसलमानों में नफरत पैदा कर रही है, पाकिस्तान के लिए भी उसने नफरत पैदा कर दी है। ऐसे में अब समय आ गया है जब इस प्रकार की विचारधारा को हराया जाए, इसे शिकस्त दी जाए। भारत का वोटर कोई बेवकूफ नहीं है, वो सब समझ रहा है।
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
अब जानकारी के लिए बता दें कि फवाद की तरफ से ये बयान इसलिए दिया गया है क्योंकि एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात का जिक्र किया था कि उनके सियासी विरोधियों को किस तरह से पाकिस्तान से सपोर्ट मिल रहा है. उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर कर दी थी और जांच करने तक की बात बोली थी। अब उसी बयान को लेकर फिर इंडिया गठबंधन के समर्थन में पाकिस्तान ने बयानबाजी कर दी है।
बीजेपी के लिए क्या फायदा?
बड़ी बात ये है कि बीजेपी चुनावी मौसम में इस बात को बड़ा मुद्दा बना रही है। पिछले चुनावों में देखा गया है कि ऐसी स्थिति में बीजेपी राष्ट्रवाद की पिच पर खेलने का काम करती है, वो अपने विरोधियों को पाकिस्तान का दोस्त बताकर वोट हासिल करने की कोशिश करती है। बीजेपी के कई नेता तो बयान दे चुके हैं कि अगर इंडिया गठबंधन जीतता है तो उस स्थिति में पाकिस्तान में पटाखे बजेंगे।