लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों की तरफ से जोरदार प्रचार किया जा रहा है। प्रचार के साथ-साथ विवादित बयानों की भी झड़ी सी लग चुकी है। इस लिस्ट में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शामिल किया जा सकता है क्योंकि उनके एक बयान को लेकर काफी ज्यादा विवाद देखने को मिल रहा है। पीएम मोदी ने एक रैली में कह दिया था कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति ज्यादा बच्चे वाले लोगों में बांट देगी।

अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि PM मोदी की एक ही गारंटी है- ‘मुसलमानों से नफरत की गारंटी’, वे 2002 से यही कर रहे हैं। देश में मुसलमानों की आबादी 17 करोड़ है, वे 140 करोड़ जनता के प्रधानमंत्री हैं, क्या वे मुसलमानों के प्रधानमंत्री नहीं है? इस तरह से मुसलमानों को रुसवा करना, इस तरह नफरत करना, अगर कल को देश में दंगा हो जाए तो जिम्मेदारी नरेंद्र मोदी की होगी।

वैसे ये कोई पहली बार नहीं है कि जब ओवैसी ने पीएम मोदी या फिर बीजेपी पर इस तरह से करारा हमला किया हो। कई मौकों पर मुसलमानों के मुद्दे पर उनकी तरफ से मुखर अंदाज में ऐसे ही तल्खी वाले बयान दिए गए हैं। अब यहां पर उन्होंने इस बार पीएम मोदी पर नफरत फैलाने का आरोप लगा दिया है। उनके मुताबिक मोदी सभी के पीएम हैं, सिर्फ किसी एक वर्ग के नहीं।

अब समझने वाली बात ये है कि पीएम मोदी ने संपत्ति वाला मुद्दा इसलिए उठाया है क्योंकि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ऐलान कर रखा है कि वेल्थ का समान वितरण किया जाएगा। उसी बयान को अपने अंदाज में पीएम मोदी अब देश के सामने रख रहे हैं। अब तो क्योंकि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स का जिक्र कर दिया है, ऐसे में ये वाला विवाद और ज्यादा लंबा चलने वाला है।