पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों में सत्ताधारी कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। जहां पार्टी को सत्ता से बेदखल होना पड़ा है वहीं कांग्रेस के कई बड़े नेता खुद अपनी सीट नहीं बचा पाये। इसमें पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हैं। बता दें कि सिद्धू अमृतसर ईस्ट से कांग्रेस प्रत्याशी थे और उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा है।
हार के बाद न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए सिद्धू ने कहा, “मैं अपने इलाके गया था और हजारों लोगों का धन्यवाद करके आ रहा हूं। हमारा मकसद पंजाब का उत्थान है। जिन लोगों ने सिद्धू के लिए गड्ढे खोदे वे उनसे 10 गुणा ज्यादा गहरे गड्ढों में दफन हो गए। मुर्दे का बाल उखाड़ने से वजन हल्का न होगा, जो चला गया उसे भूल जाओ। उन्होंने कहा कि एक नई शुरुआत हुई है। लोगों को आस और विश्वास है आम आदमी पार्टी पर, इसलिए लोगों ने उन्हें जिताया है।
उन्होंने कहा, “हमें विनम्र भाव से नतीजों को स्वीकारना होगा। जब तक आम आदमी पार्टी के लोग पंजाब के साथ हैं, सिद्धू उनकी जय जयकार करेगा लेकिन जिस दिन वो पंजाब के खिलाफ गए, सिद्धू उनके खिलाफ बोलेगा।” सिद्धू ने कहा कि मैं आम आदमी पार्टी को शुभकामनाएं देता हूं।
कांग्रेस की हार पर सिद्धू ने कहा, “सच के धरातल पर खड़े होकर आत्ममंथन होना चाहिए। नए बीज बोने पड़ेंगे, आरंभ करना पड़ेगा, कहीं से फिर शुरूआत करनी पड़ेगी, चिंता नहीं चिंतन करना पड़ेगा, फैसला जनता की अदालत में हो गया है।”
पंजाब के वेरका में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मेरा लक्ष्य पंजाब का उत्थान है। पंजाब के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे। जो पंजाब को प्यार करता है वो हार जीत नहीं देखता। लोगों की आवाज़ में परमात्मा की आवाज़ है।
वहीं पंजाब में हुई करारी हार के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। हालांकि आप के भगवंत मान के शपथ लेने तक वह कार्यकारी सीएम के तौर पर काम करते रहेंगे। फिलहाल उनके पास किसी फैसले लेने का अधिकार नहीं होगा। गवर्नर बीएल पुरोहित ने उन्हें नई सरकार के आने तक काम करने को कहा है।