समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने रविवार को कांग्रेस के साथ गठबंधन पर अपनी राय रखी। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव जीत सकती थी, गठबंधन की कहां जरूरत थी। मुलायम सिंह यादव ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ‘मैं इस समझौते के खिलाफ हूं। समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने और जीतने के लिए सक्षम थी। गठबंधन की कोई जरूरत नहीं थी।’
साथ ही मुलायम ने कहा कि मैं सपा-कांग्रेस गठबंधन के लिए प्रचार करने नहीं जा रहा। इसके अलावा मुलायम ने कहा, ‘हमारे जो नेता हैं, जिनके टिकट काटे हैं वो अब क्या करेंगे? पांच साल के लिए तो मौका गंवा दिया।’ बता दें, विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने गठबंधन किया है। कांग्रेस 105 और समाजवादी पार्टी 298 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने पहली बार साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की । इस दौरान उन्होंने गठबंधन के थीम सॉन्ग ‘यूपी को ये साथ पसंद है’ को लॉन्च किया। इसके साथ ही उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कि यह गठबंधन गंगा-यमुना का मिलन है। राहुल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा की ‘नीयत’ साफ नहीं है और वह सपा के साथ मिलकर उनकी ‘क्रोध’ की राजनीति का मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा, ‘इस गठबंधन से उनके अखिलेश से निजी और राजनीतिक संबंध गहरे हुए हैं। यह गंगा और जमुना का संगम है, जिसमें से तरक्की की सरस्वती निकलेगी।’
कांग्रेस के साथ मिलकर 300 से अधिक सीटों पर जीत का दावा करते हुए अखिलेश ने कहा, ‘साइकिल (सपा का चुनाव निशान) के साथ हाथ (कांग्रेस का निशान) हो तो सोचो रफ्तार कितनी होगी। हम दो पहिये हैं। विकास का और खुशहाली का। ये गठबंधन प्रेम और सदभाव बढाने का काम करेगा।’
चुनाव प्रचार में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को शामिल किया जाएगा या नहीं, इस सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘दोनों का आशीर्वाद बना रहे, तो भी जीत मिल जाएगी।’

