कुछ नेता ऐसे होते हैं जो फर्श से अर्थ तक का सफर तय करते हैं, जिन्हें विरासत में राजनीति नहीं मिलती, जो बस मेहनत करना जानते हैं। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में ऐसे ही एक मंत्री हैं- विश्वास सारंग। इस समय चिकित्‍सा शिक्षा,भोपाल गैस त्रासदी राहत और पुनर्वास मंत्रासय संभाले हुए हैं। नरेला सीट से तीन बार से विधायक हैं, बीजेपी के लिए जीत की हैट्रिक भी लगा चुके हैं।

सारंग का सियासी सफर

विश्वास सारंग की बात करें तो उन्होंने अपने सियासी करियार की शुरुआत 1993 में की थी। वे उस समय भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हुआ करते थे। उनका संघ का बैकग्राउंड था, ऐसे में हिंदुत्व और दूसरे राष्ट्रवाद वाले मुद्दों पर वे हमेशा ही मुखर रहे। दो साल तक कार्यकारिणी सदस्य रहकर सारंग का पहले सियासी प्रमोशन किया गया था। उन्हें भोपाल शहर का जिलाध्यक्ष बनाया गया था। फिर 2002 से 2004 तक वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य रहे।

अब सारंग के जीवन का ये पहलू ही बताने को काफी है कि उन्हेंं बीजेपी में कोई आसानी से टिकट नहीं मिला था। उन्होंने अपनी जिंदगी के 15 साल भारतीय जनता युवा मोर्चा के साथ काम किया था। उसी 15 साल की मेहनत के बाद उन्हें साल 2008 में बीजेपी से बुलावा आया और उन्हें नरेला सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिला। ये विश्वास सारंग के सियासी करियर का पहला और निर्णायक टर्निंग प्वाइंट था। अभी तक जिस नेता को सिर्फ पार्षद और दूसरी भूमिकाओं में देखा जा रहा था, वो अब राजनीति के खुले आसमान में उड़ने को पूरी तरह तैयार था।

चुनावी ट्रैक रिकॉर्ड

अब बीजेपी ने भरोसा जताया तो विश्वास सारंग ने भी उस पर खरा उतरकर दिखाया। अपने पहले ही विधानसभा चुनाव में सारंग ने बड़ी जीत दर्ज की और पहली बार नरेला से विधानसभा पहुंच गए। इसके बाद तो नरेला और सांरग का एक ऐसा अटूट रिश्ता स्थापित हो गया कि चुनाव आते रहे, लेकिन सारंग से ये सीट कोई नहीं छीन पाया। इसी वजह से विश्वास सारंग ने जीत की हैट्रिग लगाई, 2008 में जीते, 2013 में जीत का परचम लहराया और फिर पिछले चुनाव में भी बड़े अंतर से विजयी रहे।

वो रिकॉर्ड जो कोई नहीं तोड़ पाया

वैसे विश्वास सारंग के जीवन का एक पहलू ये भी है कि उनके नाम सबसे ज्यादा राखियां बंधने का रिकॉर्ड है। इसी साल एक लाख 12 हजार रक्षा सूत्र बंधवाकर सारंग ने नया इतिहास रच दिया था। असल में जब से सारंग विधानयक बने हैं, नरेला में रक्षाबंधन उत्सव मनाया जाता है, ऐसे में तब बीजेपी नेता भी बहनों से राखी बंधवाते हैं।