Madhya Pradesh BJP Candidate Yashodhara Raje Scindia: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की छोटी बहन और मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के स्वास्थ्य कारणों के चलते इस बार चुनाव न लड़ने की अटकलें हैं। वह 15वीं लोक सभा के लिए ग्वालियर से सांसद निर्वाचित हुईं। यशोधरा राजे मध्य प्रदेश की शिवपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं और शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
लंदन में पैदा हुईं यशोधरा राजे सिंधिया ने मुंबई और ग्वालियर में अपनी शिक्षा ग्रहण की। यशोधरा राजे सिंधिया ने 1998 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्या के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। वह जिवाजीराव सिंधिया और स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया की बेटी हैं। 1977 में, वह कार्डियोलॉजिस्ट सिद्धार्थ भंसाली के साथ शादी करने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स चली गईं। उनके 3 बच्चे हैं, अक्षय, अभिषेक और त्रिशला। 1994 में वह भारत वापस आ गईं और भाजपा में शामिल हो गईं।
1998 में लड़ा पहला चुनाव
यशोधरा राजे सिंधिया ने औपचारिक रूप से 1998 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सदस्य के रूप में चुनाव लड़ा और राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हो गईं। 1998 में शिवपुरी निर्वाचन क्षेत्र से वह मध् यप्रदेश विधानसभा की सदस्य बनीं। वह 2005 से 2007 तक मध्य प्रदेश सरकार में पर्यटन, खेल और युवा कल्याण मंत्री रहीं। 2006-2007 से मध्य प्रदेश एसटीडीसी की अध्यक्षा बनी रही।
2007 के उपचुनाव में यशोधरा राजे सिंधिया 14 वीं लोक सभा के लिए चुनी गईं। 2009 में राजे को ग्वालियर सीट से 15वीं लोकसभा (दो बार) में फिर से निर्वाचित किया गया। उन्हें रेलवे और महिला सशक्तिकरण समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। 2013 में उन्होंने शिवपुरी से विधानसभा चुनाव जीता। 2013 में ही राजे वाणिज्य, उद्योग तथा रोजगार मंत्री और मध्य प्रदेश औद्योगिक केंद्र विकास निगम (भोपाल) की अध्यक्षा बनी। उन्होंने 2018 में शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की।
यशोधरा राजे सिंधिया और डॉ किरीटलाल भंसाली की लव-स्टोरी
यशोधरा राजे सिंधिया को मुंबई से फेमस हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉ किरीटलाल भंसाली के बेटे सिद्धार्थ भंसाली से प्यार हो गया था। सिद्धार्थ उन दिनों डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे थे। एक दिन माधवराव ने यशोधरा राजे और सिद्धार्थ को मुंबई के एक क्लब में एक साथ चाय पीते हुए देख लिया था। दोनों को एक साथ देख माधवराव काफी नाराज हुए। गुस्से में माधवराव ने यशोधरा राजे को अगले ही दिन विशेष विमान से ग्वालियर भेज दिया। मां-बेटे ने यशोधरा राजे के लिए रिश्ता खोजना शुरू कर दिया लेकिन यशोधरा केवल सिद्धार्थ से शादी करना चाहती थीं।
आखिरकार यशोधरा राजे ने सिद्धार्थ से शादी कर ली। इस शादी में सिंधिया परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ। शादी के बाद 1977 में यशोधरा अपने पति के साथ अमेरिका चली गईं। 1994 में यशोधरा राजे सिंधिया और सिद्धार्थ भंसाली का तलाक हो गया। तलाक के बाद वह वापस इंडिया लौटकर राजनीति में एक्टिव हो गईं।