MP Assembly Election 2018: मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव 28 नवंबर को होने वाले हैं। बीजेपी सरकार में तीन बार से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मैदान में उतर चुके हैं। शिवराज इस बार भी जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए प्रदेश की जनता-वोटर से मिल रहे हैं। जनसत्ता डॉट कॉम के मैनेजिंग एडिटर केशवानंद धर दुबे ने उनसे खास बातचीत की।
आजकल आप जन आशीर्वाद यात्रा पर हैं, क्या आपको लग रहा है कि लोग ‘आशीर्वाद’ देंगे?
14-15 सालों से मैं राज्य की जनता के बीच ऐसे ही मिलता हूं। लगातार संपर्क यात्रा पर हूं। जनता का आशीर्वाद मेरे साथ है।
आपको लगता है कि इस बार मुकाबला कठिन है?
जो काम करता है, उसके लिए कुछ चिंताजनक नहीं है। मेरा लोगों से दिलों का रिश्ता है। जनता को लगता है कि कोई उनके बीच का ही सीएम है, उनसे अलग नहीं है। जनता का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है।
तीन बार से आप सीएम हैं, बीजेपी की 15 साल से सरकार है। आपको नहीं लगता कि एंटी-इनकंबेंसी है?
पार्टी और सरकार के खिलाफ कोई एंटी-इनकंबेंसी नहीं है। हम फिर से जनता का विश्वास हासिल करेंगे। नवरात्रि, फसल की कटाई-बुवाई के बीच लोग आ रहे हैं। सभाओं में भीड़ उमड़ रही है। मुझे कहीं एंटी-इनकंबेंसी नजर नहीं आती।
कांग्रेस ने कमलनाथ को अध्यक्ष बनाकर मुकाबले के लिए उतारा है। क्या कमल पर असर पड़ेगा?
कमल कभी नहीं मुरझाता। जितना ही कमल पर कीचड़ उछाला जाता है, उतना ही कमल खिलता है।
मध्य प्रदेश में सवर्णों का आंदोलन बड़ा रूप ले चुका है, आपका क्या कहना है?
सबको आगे लेकर चल रहे हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबकी भलाई, हम ऐसे ही चल रहे हैं। (इस मसले पर विस्तार से बोलने से बचते नजर आए)
कुछ सर्वे में आपकी पार्टी को पिछड़ते हुए दिखाया जा रहा है। कांग्रेस बाजी मार रही है क्या?
जनता से बड़ा कोई सर्वे नहीं होता। लोग आशीर्वाद यात्रा के दौरान जिस तरह से अपना प्यार दे रहे हैं, उसे साफ तरीके से देखा जा सकता है। मैं अपनी जनता से हमेशा ऐसे ही मिलता हूं। कई यात्राएं रात दो-तीन बजे तक चली हैं। गांवों में लोग जैसा प्यार दे रहे हैं। किसानों के लिए यह वक्त अहम होता है, फिर भी लोग आ रहे हैं। मुझे आशीर्वाद दे रहे हैं।
कांग्रेस ने सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पकड़ ली है, गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी राहुल गांधी ने राम रथ यात्रा शुरू कर लोगों को एकजुट करना शुरू किया है। आपका क्या कहना है?
हिंदुत्व सॉफ्ट या हार्ड नहीं होता। हिंदुत्व एक जीवन शैली है। इसका आप अपने तरीके से इस्तेमाल नहीं कर सकते। कांग्रेस ने सदा लोगों को बांटने का काम किया है। धर्म और जाति के नाम पर बांटती रही है, पर जनता सब समझती है।
राहुल ने कहा- मोबाइल के पीछे मेड इन चित्रकुट लिखा होना चाहिए, आपने उनका तुरंत मजाक उड़ा दिया। यह कितना सही था?
राहुल गांधी जनता को मूर्ख समझते हैं। इतने साल उनकी पार्टी की सरकार थी। उन्होंने अमेठी में तो कुछ किया नहीं, अब बड़ी बातें कर रहे हैं। (बता दें कि राहुल के बयान के तुरंत बाद शिवराज सिंह की ओर से ट्वीट कर कहा गया था- अमेठी में पतली पिन के चार्जर की फैक्टरी तो बनवा नहीं पाए।)
‘मेड इन मध्यप्रदेश’ मोबाइल, ‘मेड इन चित्रकूट’ मोबाइल, BHEL के मोबाइल, पता नहीं राहुलजी और कहाँ-कहाँ मोबाइल बनाने की फ़ैक्टरी लगाने वाले है! राहुलजी आज भले कुछ भी बोल रहें हैं, पर सच्चाई ये है कि पिछले 70 सालों में ‘मेड इन अमेठी’ लिखा हुआ ‘पतली पिन का चार्जर’ भी नहीं बना पाए!
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) September 28, 2018
क्या आपकी सरकार की वापसी होगी?
मैं प्रधानसेवक के तौर पर फिर लौटूंगा, दोबारा और काम करूंगा। मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य से विकासशील राज्य बनाया। अब समृद्ध राज्य बनाना है।