पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में वोटिंग संपन्न हो चुकी है। सुबह 8 बजे से इस सीट पर मतगणना शुरू हुई और ZPM ने बहुमत हासिल कर लिया है। इस बार आइजोल-पूर्व-I सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला। त्रिकोणीय मुकाबले में खुद मुख्यमंत्री और MNF के उम्मीदवार जोरमथंगा 2 हजार वोटों से हार गए। उन्हें ZPM उम्मीदवार Lalthansanga से हार का सामना करना पड़ा। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार Lalsanglura Ralte तीसरे नंबर पर हैं।

पिछले चुनाव की बात करें तो यहां से सीएम जोरमथंगा ने ही बाजी मारी थी। उन्होंने तब निर्दलीय उम्मीदवार के सपदंगा को आसानी से हरा दिया था। उससे पिछले चुनाव यानी कि 2013 में जरूर कांग्रेस प्रत्याशी R. Lalrinawma ने वहां से जीत दर्ज की थी।

जानकारी के लिए बता दें कि मिजोरम में कुल 40 विधानसभा सीटें हैं।यहां पर मुकाबला तीन पार्टियों के बीच ज्यादा दिख रहा है। जानकार मानते हैं कि इस राज्य में ज़ोरम पीपल्स मूवमेंट के लालदुहोमा ने चुनाव को काफी दिलचस्प बना दिया है। पिछली बार भी आठ सीटें जीतकर कांग्रेस को तो पछाड़ दिया था, इस बार सभी सीटों पर चुनाव लड़ सत्ता में आने की पूरी कवायद की जा रही है।

मिजोरम में ZPM ने इतिहास रच दिया है और पार्टी को बहुमत मिल गया है। पार्टी 26 सीटों पर चुनाव जीत गई जबकि 1 पर आगे चल रही है। वहीं सत्तारूढ़ MNF को 7 सीटों पर जीत मिली है जबकि 3 पर आगे चल रही है। कांग्रेस पार्टी केवल एक सीट पर आगे चल रही है जबकि भाजपा को दो सीट पर जीत मिली है।

पार्टी के अच्छे प्रदर्शन पर ZPM (ज़ोरम पीपल्स मूवमेंट) के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. केनेथ चावंगलियाना ने कहा, “फिलहाल हम 20 से अधिक सीटों पर आगे चल रहे हैं, जो पहले से ही बहुमत है। मुझे लगता है कि हम पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। हमारी मुख्य प्राथमिकता कृषि होगी, खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर होना और फिर बिजली और कम्युनिकेशन और हमारी युवा पीढ़ी के लिए काम करना है।”