लोकसभा चुनाव 2019 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिए एकजुट होते विपक्ष को एक बार फिर झटका लगा है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को एक जैसा बता दिया है। मध्य प्रदेश में बसपा के सहयोग से बनी कमल नाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के एक फैसले से नाराज मायावती ने गुरुवार को यह बड़ा बयान दिया है। दरअसल हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने खंडवा के एक गो-हत्या से जुड़े मामले में तीन आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मुकदमा दर्ज किया था। इसी को लेकर उनकी पार्टी के लोग भी आलोचना कर चुके हैं। इधर मायावती के बयान पर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘यदि उन्हें कोई समस्या है तो हमसे बात करनी चाहिए।’

‘अल्पसंख्यकों पर दोनों का निशाना’: मायावती ने कांग्रेस के इस फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘अल्पसंख्यकों को लेकर बीजेपी का जो रवैया है कांग्रेस ने भी उसी को अपनाया है।’ मायावती ने गो-हत्या के इस मामले में आरोपी तीनों मुस्लिमों के खिलाफ NSA लगाने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार ने कॉलेज छात्रों के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के 14 छात्रों पर हुई कार्रवाई का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘ये दोनों घटनाएं सरकार के आतंक की उदाहरण हैं और निंदनीय हैं।’ लोगों को तय करना है कि बीजेपी और कांग्रेस में क्या अंतर है?

सपा-बसपा-कांग्रेस में विरोधाभासः उल्लेखनीय है कि हाल ही में 2019 चुनाव के लिए उनके साथ गठबंधन करने वाली सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि उनका सिर्फ बसपा के साथ गठबंधन नहीं है बल्कि वे कांग्रेस के भी साथ हैं। ऐसे में गठबंधन के दोनों साथियों में भी विरोधाभास है। वैसे विरोधाभास बसपा के रवैये में भी है क्योंकि मध्य प्रदेश में उन्हीं के समर्थन से कांग्रेस ने सरकार बनाई है।