Madhya Pradesh CM Oath Ceremony Updates: कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। भोपाल के जम्बूरी मैदान में हुए शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित यूपीए के कई दिग्गज नेता मंच पर मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह से पहले सर्वधर्म प्रार्थना हुई। उसके बाद राष्ट्रगान और फिर शपथ ग्रहण। आज सिर्फ कमलनाथ को ही शपथ दिलवाई गई। कमलनाथ ने हिन्दी में शपथ ली और अकेले शपथ ग्रहण किया। उनके मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंच पर आते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हर्षोउल्लस के साथ जमकर नारे लगाये।
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित संप्रग के कई दिग्गज नेता मौजूद थे, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, द्रमुक नेता एम के स्टालिन, तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, नेशनल कांफ्रेस के नेता फारूख अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी शामिल हैं। कार्यक्रम में बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव को भी आना था लेकिन किन्हीं कारणों से दोनों नहीं आ सके।
बता दें कि जम्बूरी मैदान में शपथ ग्रहण का भव्य समारोह आयोजित करने की पिछले दो दिन से तैयारियां की जा रही हैं। मालूम हो कि कमलनाथ के पहले भाजपा के शिवराज सिंह चौहान ने भी इसी मैदान पर तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था और 11 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम में प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं। यह संख्या साधारण बहुमत, 116 सीट, से दो कम है। हालांकि बसपा के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दिया है। जिससे कांग्रेस को फिलहाल कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है। वहीं, भाजपा को 109 सीटें मिली हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित संप्रग के कई दिग्गज नेता मौजूद थे, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, द्रमुक नेता एम के स्टालिन, तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, नेशनल कांफ्रेस के नेता फारूख अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी शामिल हैं। कार्यक्रम में बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव को भी आना था लेकिन किन्हीं कारणों से दोनों नहीं आ सके।
कमलनाथ ने हिन्दी में शपथ ली और अकेले शपथ ग्रहण किया। उनके मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंच पर आते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हर्षोउल्लस के साथ जमकर नारे लगाये।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "मध्यप्रदेश वासियों का हार्दिक अभिनंदन। आपने सत्य और प्यार के रास्ते पर चलने वाली कांग्रेस पार्टी को विजयी बना कर एक बड़ा संदेश दिया है। आपकी प्रगति हमारा संकल्प है। हम पूरी लगन से आपकी सेवा करेंगे। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई। आपकी आवाज़ बुलंद रहे।"
कमलनाथ ने सोमवार (17 दिसंबर) को मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलवाई। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौडा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौळान सहित कई नेता मौजूद रहे।
कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले रहे है। इस समारोह में शामिल होने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी पहुंचे हैं। हालांकि, सपा और बसपा का कोई नेता मौजूद नहीं है।
कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले रहे है। इस समारोह में शामिल होने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी पहुंचे हैं। हालांकि, सपा और बसपा का कोई नेता मौजूद नहीं है।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, एनसीपी प्रमुख शरद पवार सहित कई नेता मंच पर मौजूद हैं।
कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मंच पर मौजूद हैं।
जंबूरी मैदान की पहचान भाजपा के भव्य आयोजन के लिए रही है, क्योंकि भाजपा और शिवराज सरकार यहां समारोहों के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन करती आई है, अब उसी जगह से कांग्रेस के मनोनीत मुख्यमंत्री कमलनाथ सोमवार को न केवल शपथ लेंगे, बल्कि देशव्यापी विपक्ष की एकता का नारा भी बुलंद होगा। राज्य में डेढ़ दशक बाद कांग्रेस का वनवास खत्म हुआ है। सत्ता में वापसी के बाद सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह होने जा रहा है।
मध्य प्रदेश के भोपाल में कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद पर शपथ लेने से पहले सर्वधर्म प्रार्थना की गई। यहां सभी धर्म के गुरु मौजूद रहे। भारत माता की जय के नारे लगे।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और जेडी (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौडा मध्य प्रदेश में कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश में पार्टी के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंच चुके हैं। उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, फारुख अब्दुल्ला, शरद यादव सहि कई नेता मौजूद हैं।
अकाली दल ने 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराये जाने के दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है तथा कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाये जाने के कांग्रेस के फैसले को सिख विरोधी करार दिया है। अकाली दल के लोकसभा सदस्य प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने सोमवार को उच्च न्यायालय के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा ‘‘कांग्रेस सिख समाज को यह जवाब दे कि कमलनाथ को कैसे मुख्यमंत्री बना दिया गया जबकि उनके साथी को सिख दंगा मामले में उम्रकैद की सजा सुनायी जा रही है। मैं समझता हूं कि अगर कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया तो उसे सिख समाज का गुस्सा झेलना पड़ेगा।’’
मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ शपथ लेंगे। वह अकेले शपथ लेगें। मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल प्रभारी शोभा ओझा के अनुसार, कमलनाथ को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाने के बाद जब राज्यपाल आनंदीबेन वहां से रवाना हो जाएगी, तो उसके बाद राहुल एवं कमलनाथ वहां मौजूद लोगों को संबोधित करेंगे। इसका मतलब मंत्रिमंडल में शामिल होने की उम्मीद रखने वाले विधायकों को फिलहाल कुछ दिन और इंतजार करना होगा।
भोपाल के जम्बूरी मैदान में 17 दिसंबर को डेढ़ बजे होने वाले शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित यूपीए के कई दिग्गज नेताओं के मौजूद रहने की संभावना है। समारोह से पहले सर्वधर्म प्रार्थना होगी।
मध्य प्रदेश में सोमवार को अकेले शपथ लेने जा रहे निर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में सबसे बड़े दल के तौर पर सामने आने के बावजूद कांग्रेस का विंध्य क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर शक बरकरार है और इस इलाके में हुई वोटिंग पैटर्न की वह विशेषज्ञों से निष्पक्ष जांच कराएगी। प्रदेश में 11 दिसंबर को मतगतण हुई थी।
मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव परिणामों की घोषणा 11 दिसंबर देर रात तक कर दी गई थी। उसके बाद से ही तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री के चयन को लेकर दिल्ली में चली लंबी मंत्रणा के बाद कमलनाथ, अशोक गहलोत व भूपेश बघेल को क्रम से मध्य प्रदेश, राजस्थान छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा की गई।