Loksabha Elections Results 2019: नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद तंज कसा है कि उन्हें अपनी नौकरी के चले जाने का डर सता रहा था। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में शुक्रवार (24 मई, 2019) को उन्होंने कहा, “मैं नीति आयोग और अपने भविष्य को लेकर चिंतित था, क्योंकि विपक्षी नेता घोषित कर चुके थे कि वे इसे (आयोग) बंद ही कर देंगे। यह बेहद कमाल का संस्थान है, जो कि हमारे प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि की देन है। इसे देश की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बनाया गया था।”

बकौल कुमार, “विपक्ष की यही कमजोरी है। मिस्टर चिदंबरम सरीखे तथाकथित ‘स्टालवार्ट्स’ ने कभी भी इस बारे में नया भारत लाने के बारे में कभी भी नहीं सोचा, जिसकी आज देश को जरूरत है। हमें अब अपने दिमाग से पुराने भारत का ख्याल निकालना होगा। हमें रोजगार पैदा करने के लिए नए जरिए ढूंढने होंगे।”

इससे पहले, ‘पीटीआई’ को दिए साक्षात्कार में बुधवार को कुमार ने कहा था कि आयोग नई सरकार के लिए आर्थिक एजेंडे पर काम कर रहा है, जहां हमारा मकसद लंबे समय के लिए विकास की दर को हासिल करना देश में निजी निवेश को तेजी से रफ्तार देना होगा। कुमार ने यह भी कहा कि आयोग नई सरकार को एक्शन प्लान भी सौंपेगा।

बकौल कुमार, “आयोग कुछ नया (आर्थिक एजेंडा) तैयार कर रहा है और जल्द ही वह उसे नई सरकार को सौंपेगा। हमारे लिए बुनायादी चीज यह है कि हमें अर्थव्यवस्था में निजी निवेश को बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है।”

उनके मुताबिक, “आर्थिक एजेंडे के तहत कपड़ा और चमड़ा उद्योग क्षेत्र में उत्पादन की लागत कम करने के लिए श्रमिकों की सब्सिडी बढ़ाने की बात शामिल हो सकती है। भारत में पूंजी की कीमत काफी ऊपर है, जिसे थोड़ा नीचे लाने की जरूरत है।”