Loksabha Elections 2019: राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जब भी उनसे मिलते हैं तो पकड़ कर रोने लगते हैं। उन्होंने इसके अलावा दावा किया कि मुलायम बेटे अखिलेश यादव के साथ मजबूरी में हैं। पार्टी से जिस तरह हम लोगों को निकाला गया, उनके साथ भी बेटे ने वही किया। पिता ने उन्हें कभी आसन दिया ही नहीं। नई दिल्ली में बुधवार (आठ मई, 2019) को उन्होंने ‘हिंदी खबर’ से चुनाव से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। पूछा गया- 2019 के चुनाव में आपको क्या लग रहा है? अमर सिंह बोले, “उन्हें (बीजेपी को) 200 सीटें मिलेंगी या फिर 282।”

इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि सपा अब सिकुड़ रही है। आगे एक सवाल पर सिंह बोले- बाप भी अलग हैं। वह साथ नहीं है। पिता की मजबूरी है कि वह उनके जैविक पुत्र हैं। पुत्र की मजबूरी है कि वह उनके जैविक पिता हैं। यह मजबूरी का सौदा है। अकेले में मिलते हैं, तो पकड़ कर रोने लगते हैं। जिस तरह से हम लोगों को निकाला गया, उन्हें भी वैसे ही निकाला गया है। उन्होंने अपना आसन पुत्र को दिया नहीं है, बल्कि पुत्र ने उसमें दखल कर ली है।

राजनीति में चले ‘शब्दों के खेल’ से जुड़े सवाल पर राज्यसभा सांसद ने बताया, “यह स्तरहीन राजनीति का दौर है, जहां राबड़ी पीएम को जल्लाद…कहीं दुर्योधन, कहीं ममता उन्हें चांटा मारने की बात कहती हैं। ऐसा भी नहीं कि जवाब में बीजेपी की तरफ से भी कुछ नहीं है। पर प्रश्न यह है कि इसकी शुरुआत किसने की है और आगाज गलत है तो फिर उसका अंत भी अच्छा नहीं होगा। यह भारतीय राजनीति की स्वस्थ परंपरा के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है।”

‘रामपुर में क्या होगा और आजम के लिए क्या कहेंगे?’ इस पर सिंह का जबाव आया- जया जीत सकती हैं, आजम हार सकते हैं। पर जीत और हार जो भी होगी, जिसकी भी होगी वह 10-15 हजार वोटों के अंतर से होगी। देखें, पूरी बातचीत का VIDEO: