Loksabha Elections 2019: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके भाई प्रह्लाद दामोदर दास मोदी के बहाने जुबानी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि जिनके घर शीशे के हों, उन्हें दूसरों के यहां पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। बुधवार (15 मई, 2019) को एक फेसबुक पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा कि पीएम दूसरे राजनेताओं पर ‘वीआईपी ट्रीटमेंट’ को लेकर तो हमले बोलते हैं, पर उनके भाई ही पुलिस से सुरक्षा की मांग करते हैं।
वाड्रा ने एफबी पोस्ट में लिखा था, “जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं, वह दूसरों के यहां पत्थर नहीं फेंकते! यह बात पीएम मोदी के लिए फिट बैठती है, क्योंकि वह वीआईपी कल्चर को अक्सर मुद्दा बनाते हैं। अब उनके प्रिय भाई ही धरने पर बैठकर वाहन निकालने के लिए सुरक्षा मांग रहे हैं। क्या ये हैं अच्छे दिन?”
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद का यह पोस्ट ऐसे समय पर आया है, जब पीएम के भाई द्वारा राजस्थान में पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठने से जुड़ी खबरें आई थीं। बताया गया कि प्रह्लाद राज्य सरकार की इस बात से खफा थे कि उनकी सुरक्षा के लिए अलग से पुलिस वाहन नहीं दिया गया। बता दें कि पर्याप्त सुरक्षा न दिए जाने का आरोप लगाने के बाद पीएम के भाई जयपुर-अजमेर नेशनल हाईवे स्थित बागरू पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठे थे।
वाड्रा ने यह भी कहा कि कुछ समय पहले उनकी सुरक्षा घटा दी गई थी, पर उन्होंने उस फैसले का स्वागत किया था। बकौल कारोबारी, “कुछ साल पहले मेरी सुरक्षा व्यवस्था में भी घटाकर लगभग आधी कर दी गई थी। पर मैंने उस फैसले को स्वीकार किया था। यही नहीं, मेरी मां के घर से भी दो सुरक्षाकर्मियों को भी हटा दिया गया था। लेकिन हमने इस फैसले का स्वागत किया था।”
उन्होंने आगे कहा कि अब देखिए कैसे पीएम मोदी के भाई सुरक्षा वाहन के लिए धरने पर बैठे हुए हैं। इससे पहले, आठ मार्च को वाड्रा ने पीएम पर असल मुद्दों पर बात न करने का आरोप लगाते हुए जुबानी वार किया था। कहा था, “मुझे आपकी रैली में अपना नाम सुनकर बेहद हैरानी हुई। गरीबी, बेरोजगारी और महिला सशक्तिकरण सरीखे कई असल मुद्दे हैं, जो कि आपकी ओर आंखें फाड़-फाड़ कर देख रहे हैं, पर आप आप मेरे बात में बात करना पसंद करते हैं।”