Loksabha Elections 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी संसदीय सीट बनारस से दूसरी बार लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। शुक्रवार (26 अप्रैल, 2019) को उन्होंने नामांकन दाखिल किया, जबकि इससे एक दिन पहले शहर में उनका मेगा रोडशो निकला था। पीएम के समर्थन में कई बीजेपी कार्यकर्ता और चाहने वाले अक्सर ‘हर-हर मोदी’ के नारे लगाते रहते हैं। हाल ही में काशी में भी एक जगह पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसी नारे को दोहराया, जिस पर उनकी एक कवि से बहस हो गई। आलम यह था कि इस नारे पर नौबत धक्का-मुक्की तक की आ गई थी।
घटना से जुड़ा वीडियो भी कुछ टीवी चैनलों और सोशल मीडिया के जरिए सामने आया है। हुआ यूं था कि चाय की टपरी के पास कुछ बीजेपी कार्यकर्ता और एक कवि मौजूद थे। वे बातचीत कर रहे थे, तभी कवि ने पूछा- बनारस में ‘हर-हर’ शब्द सिर्फ भगवान (बाबा विश्वनाथ) के लिए इस्तेमाल होता है। फिर इसे मोदी के लिए क्यों इस्तेमाल किया जा रहा है?
भगवा कुर्तों में खड़े बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जवाब दिया, “ढेर सारे लोग उन्हें देवतुल्य मान रहे हैं। बनारस में भी…।” कवि ने इसी पर टोकते हुए अगला सवाल दागा। कहा- फिर आप हर-हर मां क्यों नहीं कहते हैं?
बीजेपी कार्यकर्ताओं में से एक बोला- मां-बाप तो खुद ही भगवान है, इसलिए उन्हें हर हर नहीं कह सकते। वहीं, एक अन्य पार्टी समर्थक ने कहा, “बीजेपी संस्कार से साइंस तक का प्रबंध करती है। फिर उस पर सोचती है…कांग्रेस का कोई गोत्र नहीं है। न ही उनका संस्कार है।”
फिर क्या था, इसी के बाद से बातचीत बहस में तब्दील हो गई। आस-पास मौजूद लोग रिकॉर्डिंग करने लगे…। देखें आगे क्या हुआ।
