राज्यसभा से बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि चौकीदार की जगह पर उन्हें अपने नाम के आगे मजदूर शब्द लगा लेना चाहिए। उन्होंने इसके पीछे वजह भी स्पष्ट की। बुधवार (29 मई, 2019) को उन्होंने इस बाबत ट्वीट कर कहा, “चौकीदार के बजाय शायद मुझे अपने नाम के आगे मजदूर शब्द लगा लेना चाहिए, क्योंकि मैंने इस पार्टी (बीजेपी) के लिए सभी मामले लड़ते हुए बहुमंजिला इमारत खड़ी की है। मुझे इसके बाद भी कभी भी आलीशान अपार्टमेंट नहीं मिला।”
दरअसल, कांग्रेस द्वारा ‘चौकीदार चोर है’ का नारे देने के बाद पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार की शुरुआत ‘मैं भी चौकीदार’ मुहिम से की थी। उन्होंने, उनके मंत्रियों और कुछ अन्य नेताओं ने तब टि्वटर पर नाम के आगे चौकीदार शब्द लगा लिया था, जबकि स्वामी ने यह शब्द नहीं लगाया था।
यहां तक कि बीते मार्च में वह तब विवादों में घिर गए थे, जब उनसे जुड़ी एक न्यूज क्लिप सामने आई थी। स्वामी उसमें कहते हुए दिख रहे थए कि वह नाम के आगे चौकीदार शब्द नहीं लगा सकते हैं, क्योंकि वह ब्राह्मण हैं। हालांकि, बीजेपी सांसद के इस ट्वीट में आखिरी वाक्य में श्रीकृष्ण और अर्जुन का जिक्रि किया गया है। पर उन्होंने गीता के इन दो किरदारों का किस संदर्भ में उल्लेख किया, यह फिलहाल साफ नहीं हो पा रहा है। यह रहा उनका हालिया ट्वीटः
बता दें कि बीजेपी में साल 2013 से एंट्री लेने के बाद से ही स्वामी अक्सर सुर्खियों में रहे हैं। फिर चाहे भ्रष्टाचार के मसलों को लेकर कांग्रेस को घेरना हो या अपनी ही पार्टी के अरुण जेटली को उनकी नीतिगत फैसलों को लेकर कोसना। इस बीच, कई बार उनकी तरफ से पार्टी लाइन से इतर बयानबाजी भी की गई।
इससे पहले, मंगलवार को उन्होंने एक ऐसा ट्वीट किया, जिससे संकेत मिले कि बीजेपी में उनके काम और नाम की पहचान, पूछ नहीं है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो 2014 में मोदी के पीएम बनने के बाद स्वामी ने उनसे वित्त मंत्री बनने को लेकर इच्छा जाहिर की थी।