Lok Sabha Election 2019: भारत में 17वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव शुरू हो चुके हैं। सोमवार (29 अप्रैल) को चौथे चरण का मतदान संपन्न हुआ। चौथे चरण के मतदान के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के धौरहरा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार जितिन प्रसाद ने चुनाव आयोग से उनकी बहन के नाम पर शाहजहांपुर जिले में फर्जी मतदान की शिकायत की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रसाद के परिजन वोट देने के लिए अपने पैतृक शाहजहांपुर लोकसभा क्षेत्र के सुदामा प्रसाद पोलिंग बूथ पर पहुंचे थे। हालांकि, यहां उन्होंने पाया कि उनकी बहन जान्हवी प्रसाद के नाम पर किसी ने पहले ही वोट दे दिया है। इसके बाद कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग से इस मामले की लिखित शिकायत की और जांच की मांग की।
कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद शाहजहांपुर जिले के मतदाता हैं, जो कि वर्तमान में एक सुरक्षित सीट है। वे खुद सीतापुर जिले के धौरहरा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। यहां पांचवें चरण में 6 मई को मतदान होना है। यहां कुल पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में यहां की सभी सीटों पर भाजपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी।
चौथे चरण के चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश की कुल 13 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुए हैं। इसमें शाहजहांपुर, खेरी, हरदोई, मिसरख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर शामिल है। बुदेलखंड और मध्य उत्तर प्रदेश के इन सीटों पर 152 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। जिन नामी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हुई है, उनमें अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव (कन्नौज), भाजपा उम्मीदवार साक्षी महाराज (उन्नाव), श्रीप्रकाश जायसवाल (कानपुर) और सलमान खुर्शीद (फर्रुखाबाद) शामिल हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा लोकसभा की सीटें 80 है। पिछली बार के चुनाव में भाजपा गठबंधन ने यहां की 73 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार के नतीजे अलग हो सकते हैं। वजह ये है कि पिछली बार जहां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने अलग-अलग चुनाव लड़े थे। इस बार दोनों गठबंधन में एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, कौन गठबंधन मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने में कितना कामयाब हुआ, यह तो 23 मई को नतीजे जारी होने के बाद ही पता चलेगा।