Loksabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित होने वाले हैं। ज्यादात्तर प्रमुख एग्जिट पोल में बीजेपी के अगुवाई वाले एनडीए को बहुमत मिलने की बात कही जा रही है। वहीं विपक्ष एग्जिट पोल के आंकडों पर विश्वास न करते हुए चुनाव परिणाम के बाद बनने वाले समीकरणों से निपटने के लिए हर संभव प्रयास में जूट गया है। इस कड़ी में यूपीए की तरफ से जब वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख वाई एस जगनमोहन रेड्डी से एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।
जगनमोहन रेड्डी 23 मई तक नतीजे आने का इंतजार कर रहे हैं। तब तक उन्होंने सभी विकल्प को खुला रखा है। बता दें कि विपक्ष को आशंका है कि इसबार किसी को भी बहुमत नहीं मिलेगा। ऐसे में जो त्रिशंकु सरकार बनेगी उसमें वाईएसआर कांग्रेस की भूमिका किंगमेकर की होगी। इसका आभास कांग्रेस समेत यूपीए के अन्य दलों को भी हो चुका है।
ऐसा इसलिए क्योंकि एग्जिट पोल में वाईएसआर कांग्रेस की तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) से ज्यादा सीटों पर जीत की आशंका जताई गई है। वहीं टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू भी विपक्ष खेमे को एकजूट करने में लगे हुए हैं। लेकिन यूपीए सिर्फ उनके भरोसे नहीं बैठना चाहता इसलिए जगनमोहन रेड्डी को अपने पाले में लाने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी और चंद्रबाबू नायडू एक दुसरे के प्रतिद्वंदी हैं। कांग्रेस चंद्रबाबू नायडू को नाराज नहीं करना चाहती थी इसलिए बातचीत का जिम्मा शरद पवार को सौंपा गया।
चंद्रबाबू कर चुके हैं राहुल गांधी से दो बार मुलाकात
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद बनने वाले चुनावी समीकरणों को लेकर चंद्रबाबू कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से दो बार मुलाकात कर चुके हैं। वह विपक्ष को एकजूट करने में सबसे ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं। यही नहीं वह तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश में गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती से भी मुलाकात कर चर्चा कर चुके हैं।
