Lok Sabha Election 2019: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की सम्पत्ति में वर्ष 2014 की तुलना में तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की गिरावट आयी है। यादव ने मैनपुरी सीट से सपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करते वक्त हलफनामे में यह जानकारी दी है। मुलायम ने सोमवार (1 अप्रैल) को नामांकन दाखिल करते वक्त शपथ पत्र में अपने पास 16 करोड़ 52 लाख 44 हजार 300 रुपये की चल-अचल संपत्ति होना जाहिर किया है। यह वर्ष 2014 में बतायी गयी सम्पत्ति से तीन करोड़ 20 लाख 15 हजार 517 रुपये कम है। तब हलफनामे में उन्होंने अपने पास 19 करोड़ 72 लाख 59 हजार 817 रुपये की सम्पत्ति होने की जानकारी दी थी।

मुलायम पर एक मुकदमा भी दर्ज है। उनके शपथपत्र में फोन पर धमकी देने के आरोप में आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा 24 सितम्बर 2015 को लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे का जिक्र किया गया है। यह मामला लखनऊ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में विचाराधीन है। शपथपत्र में मुलायम ने खुद को अपने पुत्र सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कर्जदार भी बताया है। हलफनामे के अनुसार उन्होंने अखिलेश से दो करोड़ 13 लाख 80 हजार रुपये कर्ज लिया है।

मुलायम द्वारा दाखिल किए गए शपथ पत्र में उन्होंने वित्तीय वर्ष 2017-18 में 32 लाख 02 हजार 615 रुपये की कुल आमदनी दिखायी है जबकि उनकी पत्नी साधना यादव की आय 25 लाख 61 हजार 170 रुपये बताई गई है। साधना के पास पांच करोड़ छह लाख 86 हजार 842 रुपये की संपत्ति है। शपथ पत्र के मुताबिक, मुलायम के पास कार नहीं है। हालांकि उनकी पत्नी एक लग्जरी कार की मालकिन हैं।

मुलायम ने मैनपुरी कलक्ट्रेट स्थित नामांकन कक्ष में अपना नामांकन पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी पी के उपाध्याय को दो सेटों में सौंपा । मुलायम के साथ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव नामांकन कक्ष तक गए। नामांकन कक्ष के अंदर मुलायम के अलावा चार प्रस्तावक भी उनके साथ पहुंचे। दोपहर करीब 12 बजकर 30 मिनट पर मुलायम समाजवादी रथ पर सवार होकर कलक्ट्रेट के गेट नंबर-एक पर पहुंचे । यहां से मुलायम अपनी प्राइवेट कार में सवार हुए और सपा नेताओं के साथ कलक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर पहुंचे । मुलायम कार से उतरे और पैदल ही नामांकन कक्ष तक पहुंचे जबकि अखिलेश और रामगोपाल नामांकन कक्ष के बाहर ही रुक गए।

मुलायम के साथ प्रस्तावक सांसद तेजप्रताप यादव, सदर विधायक राजकुमार यादव, विधायक करहल सोबरन सिंह यादव, बसपा जिलाध्यक्ष शुभम सिंह के अलावा अधिवक्ता देवेंद्र सिंह यादव भी पहुंचे। नामांकन कक्ष में अंग्रेजी और हिन्दी में कुल दो नामांकन पत्र मुलायम ने जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपे। ये सारी औपचारिकताएं महज 24 मिनट में पूरी करके मुलायम नामांकन कक्ष से बाहर निकल आए।

मुलायम ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद सपा सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश में सबसे बडा दल होगी। वह मैनपुरी सीट से 1996, 2004, 2009 और 2014 में चुनाव जीत चुके हैं। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मुलायम ने संवाददाताओं से कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। प्रधानमंत्री के सवाल पर फैसला चुनाव बाद होगा। छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव के बारे में पूछे गये सवाल पर भी मुलायम ने कुछ नहीं कहा।

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