Loksabha Election 2019: कांग्रेस के सहयोगी दल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेशनल वाइस प्रेजेडिंट रघुवंश प्रसाद ने कांग्रेस की प्रस्तावित न्यूनतम आय गारंटी योजना (न्याय) योजना को फ्री में पैसे देने की योजना करार दिया है। कांग्रेस और आरजेडी बिहार में मिलकर गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही हैं।
वैशाली लोकसभा सीट से आरजेडी उम्मीदवार ने इकोनॉमिक्स टाइम्स से बातचीत में कहा कि न्याय और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से बिल्कुल अलग है। न्याय में लोगों को बिना कुछ काम किए पैसा मिलेगा जबकि मनरेगा में ऐसा नहीं था। जब मनरेगा योजना को लागू किया गया था तो मैं यूपीएम सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री था। अगर हम फिर से सत्ता में आते हैं तो इस योजना का विस्तार किया जाएगा।
रघुवंश प्रसाद ने आगे कहा ‘एक मशहूर अर्थशास्त्री ने कहा है कि लोगों को कुछ भी फ्री में नहीं देना चाहिए। मनरेगा में लोगों को काम करने की आदत डाली गई। फ्री में पैसे बांटना किसी भी देश के लिए अच्छा नहीं। अगर ऐसा हुआ तो फिर अन्य दल भी ऐसा करेंगे। जबकि मनरेगा ने देश में बहुत हद तक रोजगार की समस्या को दूर किया था।’
बता दें कि कांग्रेस गांधी ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो गरीब परिवारों को न्यूनतम आय के तौर पर हर साल 72 हजार रुपए देगी जिससे करीब 25 करोड़ लोगों को फायदा होगा। गरीब परिवार को हर महीने 6 हजार रुपए मिलेंगे। इस कदम को उन्होंने गरीबी पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ बताया है।
उन्होंने आगे कहा ‘आरजेडी और कांग्रेस महागठबंध ने मिलकर राज्य के एससी वोटर्स को अपने पक्ष में किया है जबकि जेडीयू-बीजेपी को उनसे नुकसान हुआ है। अबतक हुए पांच चरणों के चुनाव में गठबंधन को फायदा हुआ है और गठबंधन राज्य की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेगा।’