Lok Sabha Election 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित ‘मैं भी चौकीदार’ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता के पैसों पर पंजा नहीं पड़ने दूंगा। उन्होंने कार्यक्रम के संबोधन में कहा, “आज देशभर में करीब 500 से अधिक स्थानों पर इसी प्रकार से देश के लिए कुछ कर गुजरने वाले, देश के सम्मान में ही अपना गर्व अनुभव करने वाले लाखों लोगों से तकनीक के माध्यम से मुझे मिलने का सौभाग्य मिला है। 2014 में भाजपा ने मुझे दायित्व दिया उसके बाद मुझे देश के कौने कौने में जाने की नौबत आयी। तब मैंने देश के लोगों से कहा थी कि आप दिल्ली का दायित्व जो मुझे दे रहे हैं उसका मतलब है कि आप एक चौकीदार बैठा रहे हैं। मैंने तब कहा था कि मेरी ये कोशिश रहेगी कि मैं जनता के पैसे पर पंजा नहीं पड़ने दूंगा। एक चौकीदार के रूप में मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा।”
पीएम ने कहा, “चौकीदार न कोई व्यवस्था है, न कोई यूनिफॉर्म की पहचान है न कोई चौखट में बंधा है। चौकीदार एक स्प्रिट है, एक भावना है। देश की जनता को राजा-महाराजा की ज़रूरत नहीं है। देश की जनता को हुकुमदारों की ज़रूरत नहीं है। देश की जनता चौकीदार को पसंद करती है। देश की जनता फिर से एक बार हमे देश की सेवा करने का मौका देने वाली है। मुझे ख़ुशी है कि देश का युवा दूर का देखते हैं। हम राजनेता तो अभी 11 को क्या होगा या 21 को क्या होगा इसी में लगे पड़े हैं और आप शपथ के विषय में सोच रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “एक अध्यापक अपना कर्तव्य निभाता है तो विद्यार्थी का भविष्य बादल जाता है। एक पुलिस वाला अपना कर्तव्य निभाता है तो समस्याओं का समाधान अपने आप हो जाता है और उस अर्थ में हमारे देश में मुझे जो सफलता मिली है उसका मूल कारण जन भागीदारी है। हर व्यक्ति के अपने सपने, अपनी इच्छाएं होती हैं। वो होनी भी चाहिए, लेकिन हम तय करें कि सबसे ऊपर देश हो। इससे हम सारी समस्याओं का समाधान निकाल लेंगे। बालाकोट मैंने नहीं किया, देश के जवानों ने किया है, हमारे सुरक्षा बलों ने किया है। इसलिए हम सबकी तरफ से उन्हें, सैल्यूट।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “जहां तक निर्णय का सवाल आता है तो आपने इस देश में बहुत सारे प्रधानमंत्री देखें हैं या उनके विषय में सुना है। 2014 में भी कईं लोग उस कतार में थे। आज लाइन थोड़ी लंबी हो गयी है। अगर मोदी अपने राजनीतिक भविष्य का सोचता, तो वो मोदी नहीं होता। अगर यही राजनीतिक पैंतरेबाजी से देश चलाना होता, अपने राजनीतिक हित को लेकर फैसले करने होते, तो मोदी की देश को कोई जरूरत नहीं थी।”
पीएम मोदी ने कहा, “मुझ जैसे राष्ट्रीय राजनीति में अनजान व्यक्ति को देश की जनता ने 30 साल बाद पूर्ण बहुमत दिया। हमारे देश के राजनीतिक दलों को भी नहीं पता है कि पूर्ण बहुमत वाली सरकार अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होती है। आज दुनिया में जो हिंदुस्तान की बात सुनी जाती है उसका कारण मोदी नहीं पूर्ण बहुमत की सरकार है। दुनिया का कोई नेता जब मुझसे हाथ मिलाता है या गले लगता है (गले पड़ता नहीं है), तो उसे मोदी नहीं दिखता, पूर्ण बहुमत वाली सरकार के माध्यम से सवा सौ करोड़ देशवासी उसे दिखते हैं, तब जाकर बराबरी वाली बात होती है। पाकिस्तान को लगता होगा की मोदी चुनाव में व्यस्त होगा तो शायद कुछ करेगा नहीं। मेरे लिए चुनाव प्राथमिकता नहीं है, देश प्राथमिकता है। शिक्षक बड़ा चौकीदार होता है। वो आने वाली पीड़ी की सुरक्षा करता है। ऐसे चौकीदारों को मैं नमस्कार करता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें पाई-पाई लौटानी पड़ेगी। 2014 से सारी चीजें इकट्ठा करना और समेटने का काम मैं कर रहा हूं। आपकी मदद से जेल के दरवाजे तक तो मैं इन लोगों को ले गया, कुछ जमानत पर हैं और कुछ डेट मांग रहे हैं। कुछ लोग विदेश की अदालतों में कहते हैं कि भारत की जेलों की स्थिति अच्छी नहीं है। अब इनको कोई महल में थोड़ी रखेगा। अंग्रेजों ने गांधी जी को जिस जेल में रखा था, मैं उनको उससे अच्छी जेल नहीं दे सकता।”
मोदी ने कहा, “हमें टैक्सपेयर्स का गौरव करना चाहिए। मेरे लिए टैक्सपेयर्स देश के गरीबों की सेवा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। और जो गलत कर रहा है वो किसी भी हालत में बचना नहीं चाहिए। जब हिंदुस्तान के सामान्य मानवी के मन में ये भावना जगती है कि देश कब विकसित होगा। तो इस सवाल के पृष्ठ में ही देश की प्रगति की भावना दिखाई देती है। भारत के पास समृद्ध राष्ट्र बनने के लिए सब कुछ है। इच्छा शक्ति और सवा सौ करोड़ देशवासियों का सपना होना चाहिए कि अब हमें पिछड़ा नहीं रहना। मैंने देश में एक माहौल बनाया है और आगे भी बनाना है कि हमे दुनिया की बराबरी करनी है। हमने बहुत सारा समय भारत पाकिस्तान करने में ही गुजार दिया।अरे वो अपनी मौत मरेगा उसे छोड़ दो, हमे आगे बढ़ना है बस इसी पर हमारा ध्यान रहना चाहिए।”

