Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में एनडीए में शामिल पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) सीट बंटवारे से नाराज है। पार्टी प्रमुख और यूपी के योगी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने पांच सीटों की मांग की है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि 26 मार्च तक भाजपा उन्हें पांच सीटें नहीं देती है तो वे गठबंधन तोड़ लेंगे और नए रास्ते पर चल देंगे। 27 मार्च से दोनों का रास्ता अलग हो जाएगा।

राजभर ने कहा, “हम अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। सीट बंटवारे को लेकर ‘अपना दल’ के साथ हमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ मीटिंग के लिए बुलाया गया था और हमारी मांग के बारे में पूछा गया था। हमने और अपना दल दोनों ने अपनी-अपनी सूची दे दी। अपना दल के लिए सीट तय कर दिए गए और हमें अभी तक अंधेरे में रखा गया है। वे हमें यह फाइनल कर दें कि वे हमें सीट देंगे या नहीं? जो करना है तय करें। मैंने भाजपा को हमारे सीटों को लेकर निर्णय लेने के लिए 24 घंटे का समय दिया है अन्यथा हम अपना रास्ता बदल लेंगे।”

राजभर की पार्टी चंदौली, घोषर, अंबेदकरनगर, जौनपुर और मछलीशहर या लालगंज पांच लोकसभा सीटों की मांग कर रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा ने महाराष्ट्र, गोवा, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड में गठबंधन के साथ सीट शेयरिंग को फाइनल कर लिया। ऐसे में वे हमें क्यों इंतजार करवा रहे हैं।” राजभर ने आगे कहा, “हमारे पास सभी विकल्प खुले हैं। भाजपा हमें गुलाम बनाना चाहती है, लेकिन हम गुलाम नहीं बनेंगे।” उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन की भी बात से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमारे उपर किसी पार्टी की रजिस्ट्री नहीं हुई है। जिस प्रकार भाजपा ने अपना दल से बात की, उसी प्रकार उनसे बात करे।

एसबीएसपी के पास फिलहाल 4 विधायक हैं। राजभर ने कहा, “यदि भाजपा ने उनकी पार्टी को गठबंधन से बाहर रखने का फैसला किया तो एसबीएसपी राज्य की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार को उतार सकती है।” अक्सर सीएम योगी आदित्यनाथ की आलोचना करने वाले मंत्री ने कहा, “हमारी पार्टी को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। भाजपा को ऐसा लग रहा है कि वे यूपी में सभी 80 सीटें जीत जाएगी। जब वे अकेले जीत जाएगी तो हमारी क्या जरूरत है। ऐसी स्थिति में वे लोग हमारी उपयोगिता नहीं समझ रहे हैं। वो जो पिछड़े-पिछाड़े गए लोग हैं, जो सरकार बनाते और बिगाड़ते हैं, उनकी ताकत को अभी देश की पार्टियां नहीं समझती है। जिस दिन पार्टियों को उनकी ताकत का ज्ञान हो जाएगा, तब इनको वजूद समझ में आ जाएगा।”