Lok Sabha Election 2019: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने रविवार (7 अप्रैल) को कहा कि लोगों का एक धड़ा उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी को मांड्या लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से हरा कर उन्हें ‘‘राजनीतिक रूप से समाप्त’’ करना चाहते हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में दरार को चौड़ा करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि उनका भरोसा ‘‘केवल जेडीएस के विधायकों, विधान पार्षदों और मांड्या के मौजूदा सांसद एल आर शिवराम गौड़ा पर है।’’ उडुपी में संवाददाताओं से मुख्यमंत्री ने कहा कि मांड्या में वह सहयोगी कांग्रेस पर निर्भर नहीं है।
कुमारस्वामी ने आरोप लगाया, ‘‘(मांड्या में) कुछ कांग्रेस नेता काम कर रहे हैं और कुछ नहीं कर रहे हैं लेकिन मैं इससे दुखी नहीं हूं। एक वर्ग ऐसा है जो निखिल कुमारस्वामी को हरा कर मुझे समाप्त करना चाहता है। हालांकि, उन लोगों को स्थानीय लोगों का समर्थन नहीं है।’’ कर्नाटक में सत्तारूढ़ जद एस कांग्रेस गठबंधन में उपजे विवाद के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री का यह बयान आया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास (मांड्या लोकसभा क्षेत्र में) आठ विधायक हैं, तीन विधान पार्षद हैं और मौजूदा लोकसभा सदस्य (एल आर शिवराम गौड़ा) हैं … वह काम करेंगे……मैं किसी पर दोष नहीं लगा रहा हूं ।’’ मांड्या में जद एस के लिए स्थिति ”प्रतिकूल” होने जबकि तुमकुरु और हासन में गठबंधन सहयोगियों के बीच कलह की खबरों को लेकर कुमारस्वामी ने हालांकि कहा, ‘‘हम अपने गठबंधन सहयोगी के उम्मीदवारों को निराश नहीं करेंगे।’’ तीन दिन पहले जद एस कार्यकर्ता मैसूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सी एच विजयशंकर के खिलाफ बागी हो गए थे और उच्च शिक्षा मंत्री तथा जद एस विधायक जी टी देवे गौड़ा की उपस्थिति में भाजपा के पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी।
सिने अभिनेत्री सुमालता अम्बरीश के आरोपों के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सुमालता स्वयं नकारात्मक प्रचार कर रही है। सुमालता ने आरोप लगाया था कि मांड्या में जद एस शरारत कर रहा है। मुख्यमंत्री ने उनके उस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि जद एस ने उनके नाम वाले तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। कुमारस्वामी ने बचाव करते हुए कहा, ‘‘मैं किसी को चुनाव लड़ने से कैसे रोक सकता हूं।’’ सुमालता लोकप्रिय कन्नड़ अभिनेता अम्बरीश की पत्नी हैं। दिवंगत अम्बरीश मांड्या से सांसद रह चुके थे। भाजपा तथा असंतुष्ट कांग्रेस और जदएस नेताओं के समर्थन से वह मांड्या में निखिल को चुनौती दे रही हैं।

