Loksabha Election 2019: बिहार में पांचवें चरण के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। सभी दल मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए जमकर प्रचार कर रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार एक रैली को संबोधित कर रहे थे तभी वहां मौजूद पब्लिक ने पानी की समस्या को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। जिसके बाद नीतीश को अपना भाषण रोकना पड़ा। रैली की भीड़ में शामिल जनता ने राज्य में सूखे और पानी को लेकर जमकर हंगामा किया।
नीतीश ने जनता की बात ध्यान से सुनी और फिर से अपना भाषण शुरु किया। इस दौरान उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों से कहा ‘चिंता मत कीजिए सूखे की हालात में किसी भी तरह की परिस्थिति में आपको अकेले नहीं छोड़ा जाएगा। इस वक्त हम चुनाव में फंसे हुए हैं। सूखे से सामना करने के लिए जो भी जरूरी कार्रवाई है या इससे सामना करने के लिए जहां भी पानी पहुंचाने की जरूरत पड़े इसके लिए धन राशि की मंजूरी दे दी गई है।
उन्होंने आगे कहा ‘मुझे अंदेशा है कि इसबार भी शायद बारिश जरुरत के मुताबिक न हो। ऐसी स्थिति के लिए भी आपको चिंता करने की जरुरत नहीं। हम लोगों को जो भी करना पड़ेगा चाहे जितना पैसा लगाना पड़ेगा लगाएंगे लेकिन आपदा पीड़ित लोगों को बेचैन नहीं होने देंगे।’
नीतीश लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख रामविलास पासवान के गढ़ हाजीपुर में रैली कर रहे थे। उनके साथ मंच पर पासवान, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद थे। नीतीश ने बिहार में एनडीए के चुनाव प्रचार की कमान हाथ में ली हुई है। बीजेपी राज्य में 17 सीटों पर तो जेडीयू भी 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।