Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र में कांग्रेस की किरकिरी हो गई। वजह ये है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने अपने बेटे सुजय के समर्थन में निजी बैठकें शुरू कर दी। विखे के बेटे सुजय कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा ने सुजय विखे पाटिल को अहमदनगर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, ये उम्मीद की जा रही थी कि राधाकृष्ण अपनी पार्टी के नियमों का पालन करेंगे, लेकिन पुत्रमोह में उन्होंने कांग्रेस को ही ताक पर रख दिया।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, राधाकृष्ण विखे अहमदनगर के एक ग्रामीण हिस्से में अपने बेटे के लिए चुनाव प्रचार करते हुए देखे गए। उन्होंने अहमदनगर शहर के बाहर राहुरी में एक निजी बंगले के परिसर में सौ से अधिक किसानों को संबोधित किया। हालांकि, इस दौरान वहां मीडिया के लोग नहीं थे। इस बाबत राधाकृष्ण ने बताया कि वह अपने बूते पर यह बैठक कर रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस हाई-कमान को इसकी सूचना दे दी है। उन्होंने कहा, वह ‘पूरी तरह कांग्रेस के साथ हैं।’
अपने संक्षिप्त भाषण में राधाकृष्ण ने महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार पर निशाना साधा। शरद पवार ने हीं उनके बेटे सुजय को अहमदनगर सीट देने से इंकार कर दिया था और इस पर अपना दावा ठोका था। स्थानीय लोग यह मानते हैं कि इसके पीछे की वजह शरद पवार और राधाकृष्ण के पिता स्व. बालासाहेब विखे पाटिल के बीच की पुरानी राजनीतिक अदावत है। पाटिल के परिवार का जिले के कई चीनी मिलों पर नियंत्रण है और उन्हें राजनीतिक संरक्षण भी उपलब्ध करवाते हैं। बैठक में शामिल होने पहुंचे कई किसान उन चीनी मिलों से जुड़े थे। किसानों ने कहा कि अब वे भाजपा के साथ हैं।