Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर हो रहे एक टीवी डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक पर भड़क उठे। शाहनवाज ने रागिनी से कहा कि आप एंकर मत बनिए। डिबेट के दौरान एंकर ने कांग्रेस प्रवक्ता से कहा, “रागिनी जी, एक होता है, कुल्हाड़ी पैर पर गिर जाना। दूसरा होता है, कुल्हाड़ी को जाकर पैर पर मारना। सैम पित्रोदा ने यही कर दिया है कांग्रेस पार्टी के लिए?”
कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी ने कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि मोदी जो अगर ये गलतफहमी है कि वे अपनी सुविधा के लिहाज से गोल पोस्ट शिफ्ट करते रहेंगे, और कांग्रेस के ऊपर आरोप लगाएंगे कि वो सेल्फ गोल कर रही है, उनकी यह गलतफहमी 23 मई को दूर हो जाएगी। सैम पित्रोदा ने अपनी सफाई में कहा कि आज के समय में क्या 1984 का दंगा प्रासंगिक है? क्या 1984 के बाद देश में चुनाव नहीं हुए? उन चुनावों के नतीजे नहीं आए? क्या कांग्रेस की सरकार पंजाब और दिल्ली में नहीं बनी? क्या कांग्रेस ने 3 सरदार मुख्यमंत्री पंजाब में नहीं बनाए? क्या कांग्रेस ने सरदार को प्रधानमंत्री नहीं बनाए? सिख समुदाय हमारे साथ खड़ा है। किसी को प्रमाण देने की जरूरत नहीं है।”
एंकर ने शाहनवाज हुसैन से कहा, “पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री हैं। कांग्रेस की सरकार है। क्या ये मुद्दा सुलगाकर दिल्ली और पंजाब में आपको वोट मिल जाएगा?” इस पर शाहनवाज बोले, “जिस कैप्टन अमरिंदर सिंह हा नाम लिया जा रहा है, उन्होंने ने भी सैम पित्रोदा के बयान की आलोचना की है। आज का दौर ये बताता है कि कांग्रेस पार्टी कितनी संवेदनशील नहीं है। आज संवेदनहीनता ये होगी कि जो हुआ सो हुआ, ये बर्दास्त नहीं करेंगे। सिख भाईयों में से एक को पीसीसी प्रेसिडेंट बनाया दिया। एक को प्रधानमंत्री बना दिया। जो छोटे-छोटे बच्चे मारे गए, उस गुनाह को माफ किया जा सकता है। इसलिए मैं कहता हूं कि ये गुनाह-ए-अजीम है, जिसकी कभी माफी नहीं होती। 84 की कहानी देख मैं दंग था।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “शाहनवाज जी, भाषण मत दीजिए। छोटा बोलिए, सार्थक बोलिए। दर्शकों पर इमोशनल अत्याचार न कीजिए।” इस पर शाहनवाज ने कहा, “ये आप तय नहीं करेंगी। आप प्रोफेसर नहीं हैं। ये आपकी बहुत बड़ी गलतफहमी है। शाहनवाज हुसैन को आप नहीं सिखा सकती हैं। मैं राहुल गांधी को सिखा सकता हूं। कब, कैसे बोला जाए, ये आप तय नहीं करेंगी। आप एंकर नहीं बनिए।”


