Lok Sabha Election 2019: टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता विवेक सुब्बा रेड्डी ने दावा किया कि पिछले पांच साल में किसानों की आय 50 प्रतिशत बढ़ गई है। इस पर स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेन्द्र यादव ने पलटवार करते हुए इसे ‘असाधारण दावा’ करार दिया। विवेक ने कहा, “निश्चित रूप से किसानों की आय पिछले पांच साल में बढ़ी है। इसकी वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कई कदम हैं। पीएम मोदी ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाओं की शुरूआत की। किसानों की आय बढ़ने का रिकॉर्ड मौजूद है। किसानों की आय 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी है। किसानों की क्रय शक्ति भी बढ़ी है। यह भारत सरकार के एग्रीकल्चर डेटा के माध्यम से यह बात सामने आयी है।”

योगेन्द्र यादव ने कहा, “यह एक ‘असाधारण दावा’ है। सभी अखबारों में यह ‘हेडलाइन’ होनी चाहिए। यदि रेड्डी आधिकारिक स्त्रोत का एक भी डेटा अपने दावे को सही साबित करने के लिए पेश करते हैं, तो मैं देश के किसानों को पीएम मोदी को वोट देने के लिए कहूंगा। 50 प्रतिशत छोड़ दीजिए, वे 40 प्रतिशत और 30 प्रतिशत आय बढ़ने के दावे को सही साबित करने के लिए भारत सरकार के किसी आधिकार स्त्रोत का एक भी डेटा पेश करें।”

बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में ‘किसान’ एक बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है। पिछले साल हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था। संयोग ऐसा रहा कि तीनों राज्यों की सत्ता में कांग्रेस की वापसी हुई और कथित तौर पर किसानों के ऋण भी माफ किए गए।

इस साल चुनाव की घोषणा होने से पहले नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री किसान योजना’ की शुरूआत की। इसके तहत 2 हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों को तीन किश्तों के माध्यम से 6 हजार रुपये देने का वादा किया गया। पहली किश्त के रूप में 2 हजार रुपये दिए भी गए।

1 फरवरी को बजट पेश करने के दौरान छोटे और सीमांत किसानों को निश्चित सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की घोषणा की गई थी। सरकार ने दावा किया था कि इससे करीब 12 करोड़ किसान परिवारों को लाभ होगा। पीएम-किसान अधिकांश छोटे किसान परिवारों को न केवल निश्चित पूरक आय उपलब्ध कराएगा बल्कि विशेष रूप से फसल कटाई सीजन से पूर्व किसानों की आकस्मिक जरूरतों को भी पूरा करने में मदद करेगा।