Lok Sabha Poll 2019: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने लोकसभा चुनावों के लिए जारी उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में छात्र नेता कन्हैया कुमार को जगह नहीं दी है। यह इस ओर इशारा करता है कि बिहार में राजद के साथ सीटों के बंटवारे संबंधी बातचीत में गतिरोध है। सीपीआई ने शुक्रवार (08 मार्च) को कहा कि उसने आगामी चुनावों में 24 राज्यों में 53 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है। इनमें से 15 सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। सीपीआई नेता डी राजा ने कहा, ‘‘राजद के साथ हमारी बातचीत जारी है और बातचीत पूरी होने के बाद ही हम कन्हैया कुमार पर कोई फैसला लेंगे। राज्य एवं प्रदेश इकाइयों, दोनों ने उनके लिए एक सीट चुनी है और हमें देखना होगा कि राजद के साथ बातचीत के क्या नतीजे निकलते हैं।’’

उन्होंने संकेत दिया कि अगर राजद उनकी मांगों को नहीं मानती है तो उनकी पार्टी नये सिरे से विचार करेगी। माना जा रहा है कि सीपीआई ने कन्हैया कुमार के लिए बेगुसराय सीट की मांग की है। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद छात्र नेता को सीट दिए जाने के खिलाफ है क्योंकि उनकी भूमिहार जाति उनकी पार्टी के पक्ष में नहीं जाएगी। साथ ही राजद का मानना है कि बिहार में सीपीआई से ज्यादा सीपीआईए (एमएल) ही ऐसी लेफ्ट पार्टी जिसकी मौजूदगी एवं जनाधार ठीक-ठाक है। यानी कन्हैया के नाम पर राजद अध्यक्ष का अड़ंगा लगा रह सकता है।

उधर, सीपीआई पहले ही कह चुकी है कि वो अन्य सीटों पर समझौता कर सकती है लेकिन बेगूसराय सीट पर कोई समझौता नहीं करेगी। बता दें कि बेगूसराय को लेफ्ट का गढ़ कहा जाता है लेकिन सच यह भी है कि अब तक हुए संसदीय चुनावों में इस सीट पर सिर्फ एक बार ही सीपीआई का कब्जा रहा है। वह भी 1967 के चुनावों में। हालांकि, हरेक चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा है। मौजूदा समय में यह सीट भाजपा के कब्जे में है। यहां से कांग्रेस लंबे समय से जीतती रही है।