Locket Chatterjee Profile: लोकसभा चुनाव की जल्द ही चुनाव आयोग द्वारा घोषणा की जाएगी। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल की हुगली सीट से एक बार फिर लॉकेट चटर्जी पर ही भरोसा जताया है। पश्चिम बंगाल की राजनीति में लॉकेट चटर्जी का जबरदस्त जलवा है। आइए जानते हैं, कैसा रहा लॉकेट चटर्जी का राजनीतिक सफर।
लॉकेट चटर्जी 4 दिसंबर 1973 को पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता में जन्मी थी। ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर चुकीं लॉकेट पॉलिटिक्स में आने से पहले फिल्मी दुनिया में एक नामचीन शख्सियत थीं। इन्होंने भारतीय सिनेमा जगत को कई हिट फिल्में दी। लॉकेट के पिता का नाम अनिल चटर्जी है। उनके पिता दक्षिणेश्वर काली मंदिर में पुरोहित थे।
लॉकेट चटर्जी के दादा भी इसी मंदिर में पुरोहित हुआ करते थे। लॉकेट चटर्जी की मां को डांस का काफी शौक था। वह बैले डांस भी किया करती थीं। जब लॉकेट 8वीं क्लास में थी तब वह अपनी मां के साथ बैले डांस ट्रुप के साथ विदेश भी गई थीं। लॉकेट खुद बहुत अच्छी डांसर हैं।
पॉलिटिक्स में रखा कदम
2014 लोकसभा चुनाव से पहले लॉकेट चटर्जी ने पॉलिटिक्स में कदम रखा और ममता बनर्जी की टीएमसी जॉइन कर ली। हालांकि,पार्टी से कुछ अनबन के बाद उन्होंने पार्टी को छोड़ दिया। साल 2015 में लॉकेट चटर्जी ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। साल 2016 में उन्होंने मयूरेश्वर की सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा मगर तृणमूल के अभिजीत रॉय से उनको मात खानी पड़ी।
बीजपी ने महिला विंग की अध्यक्ष बनाया
साल 2017 में बीजेपी ने उन्हें पश्चिम बंगाल की बीजेपी महिला विंग की अध्यक्ष बना दिया। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में लॉकेट ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल करते हुए संसद का सफर तय किया। चटर्जी प्रदेश भाजपा की महासचिव भी हैं। लॉकेट चटर्जी को बीजेपी ने बंगाल विधानसभा के लिए भी टिकट दिया था। चटर्जी ममता सरकार के खिलाफ अपने आक्रामक तेवर के लिए जानी जाती हैं। बंगाल में उनकी पहचान एक फायरब्रांड नेता के तौर पर है।