Lok Sabha elections 2019: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव को लेकर पोलिंग स्टाफ केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किए जाने की मांग कर रहा है। इस मांग लेकर पोलिंग स्टाफ ने रविवार दोपहर से राज्य के पांच जिलों में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इन कर्मचारियों का कहना है कि जब तक हर बूथ पर केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं हो जाती वह ड्यूटी के लिए रिपोर्ट नहीं करेंगे।
साल 2018 में पंचायत चुनाव में हुई हिंसा के मद्देनजर धरना दे रहे पोलिंग स्टाफ ने कहा कि वह अपनी जिंदगी को खतरे में नहीं डालना चाहते हैं। राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान कई जिलों में धांधली की कोशिशें की गई थीं। आमतौर पर सरकारी कार्यालयों, सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों और बैंक कर्मचारियों को इलेक्शन ड्यूटी पर लगाया जाता है। वाम दल के शासन काल में कई चुनावों में भले ही हिंसा की घटनाएं हुई हों लेकिन पोलिंग स्टाफ ने कभी इस तरह का आंदोलन नहीं किया।
राज्य सरकार और तृणमूल शासन के लिए यह शर्मिंदगी की बात है। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार इससे पहले शनिवार को कूच बिहार में पोलिंग स्टाफ ने धरने के दौरान तीन घंटे तक ट्रैफिक जाम कर दिया था। राज्य सरकार की तरफ से सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने के आश्वासन के बाद ही कर्मचारियों ने धरना समाप्त किया। इसके अगले दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूचबिहार में चुनावी सभा होनी थी।
रविवार को हावड़ा जिले के उलेबेरिया जिले में भी करीब 500 लोगों ने इसी तरह का धरना प्रदर्शन किया। कोलकाता के चेतला और पूर्वी मिदनापुर के हल्दिया जिले में और साउथ 24 परगना के डायमंड हार्बर में भी इसी तरह का धरना दिया गया। अनेक स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे।
इन पोस्टरों पर लिखा था कि पोलिंग स्टाफ राज कुमार की तरह स्थिति का सामना नहीं करना चाहता है। राजकुमार एक स्कूल टीचर था जो पिछले साल मई में हुए पंचायत चुनाव में उत्तर दिनाजपुर जिले में रेलवे ट्रैक के पास मृत पाया गया था। राय एक स्कूल में पोलिंग स्टेशन का पीठसीन अधिकारी था।
एक सरकारी कर्मचारी ने कहा कि पिछले साल की घटना उसे अभी भी याद है जब हथियारबंद लोगों ने पोलिंग स्टेशन पर धावा बोलते हुए बैलट पेपर उनके हवाले करने की मांग थी। हालांकि टीएमसी नेता की तरफ से इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। राज्य के अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि पोलिंग स्टाफ की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. हम इस संबंध में आवश्यक कदम उठाएंगे।

