Lok Sabha Elections 2019: पंजाब कांग्रेस में कलह के बादल मंडराते हुए नजर आने लगे हैं। स्थानीय निकाय मंत्री और कांग्रेस के स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार (6 मई, 2019) को कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने उन्हें राज्य से लोकसभा चुनाव लड़ रहे 13 पार्टी नेताओं के लिए प्रचार करने के लिए नहीं कहा। सिद्धू ने फोन पर दिल्ली में इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘कैप्टन साहब, पीपीसीसी चीफ और ना ही पंजाब कांग्रेस पार्टी मामलों की प्रभारी आशा कुमारी ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिए कहा।’ क्रिकेटर से राजनेता बने 55 वर्षीय सिद्धू ने कहा, ‘बिन बुलाए तो मैं कहीं नहीं जाता। बगैर बुलाए सिर्फ दरबाए साहिब जाता हूं।’

सिद्धू ने कहा कि उन्होंने आशा कुमारी का बयान पढ़ा है जिसमें उन्होंने कहा कि पंजाब में उनकी जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘कैप्टन साहब हैं पंजाब में। उनके तजुर्बे और करिश्मे से सारी सीटें जीता देनी है।’ हालांकि आशा कुमारी ने दावा किया कि उन्होंने AICC को एक मेल भेजा था, जिसमें सिद्धू को अन्य स्टार प्रचारकों के साथ पंजाब में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के लिए भेजने का आग्रह किया था।

आशा कुमारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘रिकॉर्ड सीधे रखने के लिए हमने अन्य के बीच सिद्धू को भी कहा। मैंने मेल के बाद दो रिमाइंडर भी भेजे हैं। मैं समझती हूं कि चुनाव अंतिम चरण में है। इसलिए अधिकांश स्टार प्रचारक 10 मई से आने वाले हैं। यह वही है जो उम्मीदवार भी चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि वह अपने दम पर सिद्धू को नहीं बुला सकती हैं और उन्हें AICC को लिखना पड़ा क्योंकि वह एक राष्ट्रीय स्टार प्रचारक हैं और उनके कार्यक्रम को उनके द्वारा अंतिम रूप दिया गया है।

आशा कुमारी ने आगे कहा कि उन्होंने AICC चीफ राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से अनुरोध किया था कि पटना साहिब कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा, मुंबई नॉर्थ से पार्टी उम्मीदवार उर्मिला मातोंडकर को पंजाब में प्रचार के लिए भेजें। उन्होंने कहा, ‘हम चाहेंगे कि प्रियंका जी गुरदासपुर में चुनाव प्रचार करें, जहां सुनील जाखड़ बीजेपी के सनी देओल के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। मातोंडकर गुरदासपुर के लिए किफायती साबित होंगी और सिन्हा लुधियाना और मंडी गोबिंदगढ़ में रैलियों को संबोधित कर सकते हैं। तारीखों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।