Ranchi Lok Sabha Chunav Result 2024: झारखंड की राजधानी और राज्य की हाई प्रोफाइल सीट रांची में भाजपा सांसद संजय सेठ ने कांग्रेस की यशश्विनी सहाय को 1.20 लाख वोटों से हराकर सीट बरकरार रखी। सेठ ने 2019 में यशश्विनी के पिता सुबोध कांत सहाय को 2.82 लाख वोटों के अंतर से हराकर रांची सीट जीती थी। यशश्विनी ने इस चुनाव में अपनी राजनीति की शुरुआत की थी।

इस सीट पर 6वें चरण में 25 मई को वोट डाले गए थे। भाजपा ने इस सीट से संजय सेठ को फिर से मैदान में उतारा था, जबकि कांग्रेस ने रांची से यशस्विनी सहाय को मैदान में उतारा था। झारखंड की रांची लोकसभा सीट पर लगभग हर चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर होती रही है। 2014 और 2019 के चुनावों से यहां बीजेपी ने कांग्रेस को शिकस्त देकर अपना दबदबा बरकरार रखा है।

2019 लोकसभा चुनाव में रांची का परिणाम (Ranchi Lok Sabha Elections Result)

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने संजय सेठ को यहां से चुनाव मैदान में उतारा था। यहां संजय सेठ ने कांग्रेस उम्मीदवार सुबोधकांत सहाय को हराकर जीत हासिल की थी।

पार्टीप्रत्याशीवोट
बीजेपीसंजय सेठ706510
कांग्रेससुबोध कांत सहाय423730

2014 लोकसभा चुनाव में रांची का परिणाम (Ranchi Lok Sabha Elections Result)

वहीं 2014 में मोदी लहर पर सवार होकर रामटहल चौधरी ने जोरदार वापसी की और सुबोधकांत सहाय को मात दी थी। इस सीट से बीजेपी के रामटहल चौधरी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2014 में पांच बार सांसद रह चुके हैं।

पार्टीप्रत्याशीवोट
बीजेपीरामटहल चौधरी448729
कांग्रेससुबोध कांत सहाय249426

रांची लोकसभा सीट का इतिहास

रांची लोकसभा सीट रांची, हटिया, कांके, ईचागढ़, सिल्ली और खिजरी विधानसभा सीटों को मिलाकर बनाया गया है। इस सीट पर झारखंड राज्य अलग होने के बाद हुए 2004 लोकसभा के चुनाव में बीजेपी के लगातार चार बार के सांसद रामटहल चौधरी को कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय ने शिकस्त दी थी। वहीं 2009 में भी रामटहल चौधरी को सुबोधकांत सहाय से हार का सामना करना पड़ा।

कांग्रेस का रहा कब्जा

वहीं कांग्रेस के प्रशांत कुमार घोष भी यहां से 1962, 1967 और 1971 में लगातार तीन बार सांसद रह चुके हैं। हालांकि 1962 में वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे और जीते भी थे। इसके अलावा 1989, 2004 और 2009 में सुबोधकांत सहाय भी इस सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं। हालांकि 2019 में संजय सेठ ने उन्हें 2 लाख 83 हजार 26 वोटों के बड़े मार्जिन से करारी मात दी थी।