Mainpuri Lok Sabha Chunav Result 2024: लोकसभा चुनाव परिणाम का इंतजार के बीच सभी की नजरें कुछ ख़ास सीटों पर भी थी। इनमें से एक है मैनपुरी लोकसभा सीट थी। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा से समाजवादी पार्टी की मौजूदा सांसद डिंपल यादव के सामने बीजेपी के जयवीर सिंह मैदान में थीं। सुबह 8 बजे से ही मतों की गिनती शुरू हो गई थी। साल 1996 से 2019 तक इस सीट पर मुलायम परिवार का कब्जा रहा है। मुलायम सिंह के निधन के बाद यहां से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने भारी बहुमत से उपचुनाव जीता था।
SP- डिंपल यादव-598526
BJP- जयवीर सिंह-376887
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एक नजर मैनपुरी लोकसभा सीट पर
दशकों तक मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र की गलियों में एक सियासी नारा गूंजता रहा है। ये नारा था जिसका जलवा कायम है, उसका नाम मुलायम है। मुलायम के निधन के बाद इस नारे को लेकर दुविधा की स्थिति आ गई थी कि अब नेताजी नहीं हैं तो क्या जलवा कायम रहेगा, लेकिन धरतीपुत्र की धरती पर सपा को मिले जनादेश ने साबित कर दिया कि भले ही मुलायम सिंह यादव नहीं हैं, लेकिन यहां उनका जलवा आज भी कायम है।
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2014 में क्या रहा था परिणाम
मैनपुरी लोकसभा चुनाव 2014 के चुनाव परिणाम-
2014 लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने बीजेपी उम्मीदवार शत्रुघ्न सिंह चौहान को 2,63,381 वोटों के अंतर से हराया था। तब उन्हें 36.5 फीसदी और बीजेपी को 13.99 फीसदी वोट मिले थे।
प्रत्याशी | पार्टी | कुल वोट | वोट प्रतिशत |
मुलायम सिंह यादव | सपा | 595918 | 36.05% |
शत्रुघ्न सिंह चौहान | बीजेपी | 231252 | 13.99% |
संघमित्रा मौर्य | बसपा | 142833 | 8.64% |
मैनपुरी लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव परिणाम-
प्रत्याशी | पार्टी | कुल वोट | वोट प्रतिशत |
मुलायम सिंह यादव | सपा | 524926 | 53.66% |
प्रेम सिंह शाक्य | बीजेपी | 430537 | 44.01% |
नोटा | नोटा | 6711 | 0.69% |
मैनपुरी संसदीय सीट पर करीब 17 लाख मतदाता है, इनमें करीब साढ़े 4 लाख यादव मतदाता हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर शाक्य वोटर माने जाते है, जिनकी संख्या करीब तीन लाख के आसपास है। इस सीट पर पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है, इनमें से 45 फीसदी मतदाता यादव समाज के हैं और उसके बाद शाक्य मतदाताओं का नंबर आता है। इसी जातीय समीकरण के चलते शाक्य मतदाताओं का समर्थन लोकसभा उपचुनाव में महत्वपूर्ण माना जाता है। वर्ष 2014 के उपचुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी भी इसी रणनीति को आजमा चुकी है।